Thursday, March 28, 2024

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खड़गे का नाम पीएम उम्मीदवार के तौर पर घोषित हो जाये तो देश की सियासत बदल जाएगी

राजनीति कब किसके फेवर में चली जाए यह कौन जानता है? लेकिन मौजूदा समय का सच तो यही है कि जो एक साथ दलित और अल्पसंख्यक समाज को साध ले तो उसकी राजनीति बहुत हद तक सामने वालों को...

बड़ी माता: लोकजीवन में आस्था और परिवर्तन

आइए कहानी शुरू करते हैं कुछ ऊटपटांग नामों से जो बहुत से बुजुर्ग व्यक्तियों के हैं लेकिन आजकल नए नामों में ढूंढे से भी नहीं मिलते। कुरड़ा यानी गन्दगी के ढेर से जुड़ा हुआ नाम माड़ू यानी बेकार क़िस्म का व्यक्ति मोलड़...

पूंजीवाद सड़ चुका है समाजवाद ही विकल्प है, जाति उन्मूलन के बिना भारत में लोकतंत्र नहीं कायम हो सकता: कोबाड गांधी

(कोबाड गांधी एक कम्युनिस्ट और जाति-विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने भारत के सबसे हाई-प्रोफाइल राजनीतिक कैदी के तौर पर दिल्ली और आंध्र प्रदेश सहित देश भर की विभिन्न जेलों में अपने जीवन का एक दशक बिताया है। जब उन्हें...

स्पेशल रिपोर्ट: जलवायु परिवर्तन की चपेट में बिहार, लेकिन बचाव का कोई एक्शन प्लान नहीं

पटना। मौसम विभाग के अनुसार 17 अगस्त 2022 तक राज्य में केवल 389.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जो कि सामान्य से बहुत कम है। कम से कम 657.6 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए। वहीं पिछले साल मानसून के दौरान चार...

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जलवायु परिवर्तन का कहर

अंधाधुंध सड़क निर्माण और जल विद्युत परियोजनाएं उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को बढ़ा रही हैं जो हाल के वर्षों में बादल फटने और अचानक बाढ़ आने (flash floods) के रूप में प्रकट हो रहा...

जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ेंगी आपदाएं: रिपोर्ट

जलवायु-परिवर्तन जनित आपदाएं अगले दो दशकों में काफी बढ़ने वाली हैं। स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अगर ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को नियंत्रित करने की कठोर कार्रवाई अब की भी जाती है तो इन आपदाओं को आने...

आईएएस कैडर नियमों में प्रस्तावित बदलाव को लेकर केंद्र और राज्य आमने-सामने

केंद्र में चाहे जिस दल की सरकार हो राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारों को राज्यपाल के माध्यम से अस्थिर करने और राज्य सरकारों के कामकाज में रोड़ा अटकाने के आरोप अब तक लगते रहे हैं लेकिन अब केंद्र...

पैदल चलना हो सकता है जलवायु परिवर्तन का स्थाई समाधान

पैदल चलना जलवायु परिवर्तन की वैश्विक समस्या का स्थानीय समाधान हो सकता है। यह मनुष्य की आदिम गतिविधियों में से है। जीवाश्म ईंधनों पर आधारित यंत्रचालित वाहनों का प्रचलन बढ़ने के बाद भी पैदल चलने का कोई विकल्प नहीं...

अब उतर गया है CoP का नकाब

जलवायु परिवर्तन पर स्कॉटलैंड के शहर ग्लासगो में आयोजित वैश्विक सम्मेलन को अब संभवतः इसलिए याद रखा जाएगा कि यहां आकर CoPनाम से बहुचर्चित इस प्रक्रिया से दुनिया के विवेकशील लोगों का पूरा मोहभंग हो गया। इसे इस रूप...

किसान आंदोलन तैयार कर रहा है बदलाव की नई जमीन

कल के टेलिग्राफ में प्रभात पटनायक का एक लेख है — A Promethian moment ( The farmer’s agitation challenges theoretical wisdom)। बंधन से मुक्ति का क्षण; किसानों के आंदोलन ने सैद्धांतिक बुद्धिमत्ता को ललकारा है। जाहिर है, यह किसान आंदोलन...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...