Faith
संस्कृति-समाज
बड़ी माता: लोकजीवन में आस्था और परिवर्तन
Janchowk -
आइए कहानी शुरू करते हैं कुछ ऊटपटांग नामों से जो बहुत से बुजुर्ग व्यक्तियों के हैं लेकिन आजकल नए नामों में ढूंढे से भी नहीं मिलते।
कुरड़ा यानी गन्दगी के ढेर से जुड़ा हुआ नाम
माड़ू यानी बेकार क़िस्म का व्यक्ति
मोलड़...
बीच बहस
रश्दी पर हमला: धार्मिक आस्था ही नहीं, इतर राय वाली भावनाओं की भी अहमियत
सलमान रश्दी का उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' (आधी रात दी संतान) के मुख्य पात्र सलीम सिनाई का जन्म 14-15 अगस्त 1947 ठीक मध्यरात्रि में 14 अगस्त के समाप्त होने और 15 अगस्त के शुरू होने के समय होता है; जिस...
पहला पन्ना
आतंकी, जघन्य और बर्बर है उदयपुर में कन्हैया की हत्या की कार्रवाई
उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या आतंकी कार्रवाई है। जघन्य और बर्बर है। ऐसा करने वाले आस्था के नाम पर आहत की आड़ ले रहे हैं। उन्हें ठीक से पता है कि इससे हिंसा भड़क सकती है। ऐसा कर वे...
बीच बहस
ये प्रायोजित आस्थाओं का दौर है!
ये प्रायोजित आस्थाओं का दौर है। जिसमें न धर्म की कोई भूमिका है न ही अध्यात्म के लिए कोई स्थान। यहां बस सत्ता और उसकी राजनीतिक जरूरत है और फिर उसके हिसाब से धर्म का इस्तेमाल। इस काम के...
ज़रूरी ख़बर
आइए हम कन्वर्ट करें और खुद कन्वर्ट हो जाएं
Janchowk -
मुझे एक सच कबूलना है। यह कि मैं कई बार परिवर्तित (कन्वर्ट) हुआ हूं। एक आस्था से दूसरी में,अंतहीन बार। और मैं तो बस इस अनुभव से प्यार करने लगा हूँ।
कभी-कभी मैं एक रोचक पुस्तक को पढ़कर, किसी सम्मोहक...
पहला पन्ना
योगी और केजरीवाल की दिवाली: आस्था या राजनीति?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के सबसे लोकप्रिय त्योहार दीपावली को एक राजनीतिक रूप दे दिया है। दीप की मालाएं अब गांव तथा मोहल्लों से निकल कर सत्ता के गलियारों...
बीच बहस
उनके राम और अपने राम
संघ संप्रदाय अपनी यह घोषणा दोहराता रहता है कि अयोध्या में जल्दी ही श्रीराम का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। बीच-बीच में यह खबर भी आती रहती है कि अयोध्या के बाहर मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम तेजी...
Latest News
AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।
दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।
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