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बीच बहस
शहीद दिवस: आज भगत सिंह के समाजवादी विचारों की हमें क्यों ज़रूरत है?
आज से 93 साल पहले 23 मार्च 1931 की काली रात को देश के तीन सपूतों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को गुपचुप लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी पर लटका दिया गया था। उस समय इन सपूतों की देश...
संस्कृति-समाज
प्रेम, एक खूबसूरत दुनिया की चाह का नाम है
भाषा, मजहब, सरहद के नाम पर बंटे लोगों की जितनी जुबानें होती हैं, उतनी ही मोहब्बत की दास्तानें भी होती हैं। पर सबसे अहम बात यह है कि मोहब्बत इंसानी होती है और हमेशा इंसानियत के हक में खड़ी...
संस्कृति-समाज
शहादत सप्ताह: न्यायिक हत्या थी भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को दी गयी फांसी
23 मार्च शहीदे आज़म भगत सिंह का शहीदी दिवस है। इसी दिन लाहौर सेंट्रल जेल, जो अब पाकिस्तान में है में उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। अब वहां एक चौराहा है जिसे शादमान चौक कहा जाता है।...
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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना
आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...
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