Tag: satta

  • सत्ता के निशाने पर क्यों हैं दलित प्रोफेसर

    सत्ता के निशाने पर क्यों हैं दलित प्रोफेसर

    इन दिनों दलित प्रोफेसर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य सरकारों के निशाने पर हैं। सरकार, सत्ताधारी पार्टी और संगठन तथा प्रशासन का संरक्षण प्राप्त भगवा जमात भी इन प्रोफेसरान पर जानलेवा हमला कर रही है। आखिर दिल्ली यूनिवर्सिटी, लखनऊ यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी समेत तमाम विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों के दलित प्रोफेसर सत्ता के…

  • सत्ता की चालों से सतर्क रहने का वक्त

    सत्ता की चालों से सतर्क रहने का वक्त

    आखिर वह दिन आ ही गया जिसके लिए लाखों किसान पिछले डेढ़ साल से धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ संघर्ष कर रहे थे। उनकी सबसे प्रमुख मांगों को स्वीकार करने की घोषणा खुद प्रधानमंत्री को करनी पड़ी। इस घोषणा को देश के किसानों और सभी मेहनतकश जनता ने अपनी सांस रोक कर उनके संघर्ष…

  • सत्ता का महाभोज यानी हत्या, संदर्भ मन्नू भंडारी

    सत्ता का महाभोज यानी हत्या, संदर्भ मन्नू भंडारी

    संविधान की शपथ लेकर बनी सरकारें महाभोज का आयोजन करती रहती हैं। सत्ता के इस महाभोज का खुराक वो साधरण मानुष होता है जो वोट देकर सरकार बनाता है बदले में उसकी जिंदगी व्यवस्था के चक्रव्यूह में फंसकर असमय दम तोड़ देती है। कभी उसकी गर्दन उतार ली जाती है कभी जिंदा जला दिया जाता…

  • जेपी और अन्ना आंदोलन की तरह क्या किसान आंदोलन में सत्ता बदलने की है ताकत?

    जेपी और अन्ना आंदोलन की तरह क्या किसान आंदोलन में सत्ता बदलने की है ताकत?

    (देश के 19 विपक्षी दलों द्वारा आगामी 20 सितंबर से 30 सितंबर के बीच किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी विपक्षी दलों से 2024 का चुनाव मिलकर लड़ने की अपील की है। संसद सत्र के दौरान भी संपूर्ण विपक्ष किसान आंदोलन के…

  • वंचित समाज की राजनीतिः स्वार्थ और सत्ता से समझौते तक

    वंचित समाज की राजनीतिः स्वार्थ और सत्ता से समझौते तक

    भारत के जातिवादी समाज का निर्माण, धर्मसत्ता और सामंतशाही की सेवा और मेवा के लिए किया गया है। आज की धर्मसत्ता और सामंतशाही, जातिवाद को तानते, नाथते, फंदों में फंसाते, वंचितों को गुलाम बना रही है। गैर बराबरी की कुसंस्कृति में अमानवीयता की हद तक कुकृत्य प्रतिष्ठित रहे हैं और राजनैतिक व्यवस्था को विकृत कर,…

  • नारदा की खिड़की से बंगाल की सत्ता पर कब्जे की कोशिश

    नारदा की खिड़की से बंगाल की सत्ता पर कब्जे की कोशिश

    नारदा मामला में सीबीआई बहुत ही उम्मीद के साथ सुप्रीम कोर्ट गई थी। भरोसा था कि सुप्रीम कोर्ट की मदद से सुब्रत मुखर्जी फिरहाद हकीम, मदन मित्रा और शोभन चटर्जी को जेल भेजने का उनका मंसूबा पूरा हो जाएगा। पर सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विनीत सरन और जस्टिस बीआर गवई की डिवीजन बेंच के…

  • समुदायों के बीच नफरत की खाईं को और गहरा करने में जुट गए हैं मीडिया और सत्ता

    समुदायों के बीच नफरत की खाईं को और गहरा करने में जुट गए हैं मीडिया और सत्ता

    “मेरठ में हिन्दू आबादी पलायन कर रही है। सवा सौ घरों पर ‘घर बिकाऊ है’ चस्पा है। हिन्दू लड़कियों से छेड़छाड़ हो रही है। मंदिर पर पत्थर फेंके जा रहे हैं।” ये सूचनाएं ख़बर के तौर पर बेचैन करने वाली हैं। मगर, इन्हीं सूचनाओं को देते हुए जब खबरिया चैनल पूछने लगते हैं कि कहां…