Friday, April 26, 2024

मुशर्रफ अली

आभासी यथार्थ के दौर में भारतीय पत्रकारिता

मैं यथार्थ हूं, मुझे पकड़कर, छूकर देखा, महसूस किया जा सकता है लेकिन आईने में नज़र आ रही मेरी छवि को छुआ या पकड़ा नहीं जा सकता। यह आभासी यथार्थ है। आईने के सामने से हटते ही मेरा वजूद...

वामपंथी पार्टियों को पछाड़ने और पीछे छोड़ने में क्यों और कैसे सफल रहा आरएसएस?

"मुझे बहुत रंज है, बहुत तकलीफ है इस बात की कि समाज की जिन परतों पर दरअसल वामपंथियों को काम करना चाहिये था और जो परतें वाम का स्वाभाविक आधार थीं, और उन पर काम करके एक क्रांतिकारी आंदोलन...

तुर्की का हाया सोफिया म्यूजियम: अगर हिंदू राष्ट्र गलत है तो ख़िलाफत ए उस्मानिया भी सही नहीं हो सकता!

8 जुलाई, 2020 को तुर्की के राष्ट्रपति तय्यप एर्दोगन ने चर्च से मस्जिद फिर मस्जिद से म्यूजियम बना दी गयी ऐतिहासिक इमारत हाया सोफिया को फिर से मस्जिद बनाने की घोषणा की। इसके बाद 10 जुलाई को वहां के...

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संकट में पति कर सकता है स्त्रीधन इस्तेमाल, बाद में लौटाना होगा: सुप्रीम

विवाहित महिलाओं के स्त्रीधन पर उनके अधिकार को मजबूत करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अहम फैसला सुनाया। सुप्रीम...