Thursday, March 28, 2024

बिहार बंद के सफल आयोजन के बाद रेलवे ने कहा-एक परीक्षा होगी

आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी व ग्रुप डी सीबीटी 1 परीक्षा में हुई धांधली को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में बुलाये गये बिहार बंद के दौरान पटना, गया, समस्तीपुर, मुज़फ्फ़रपुर, दरभंगा, आरा सहित बिहार के सभी बड़े शहरों में आज जबर्दस्त विरोध-प्रदर्शन किया गया।

बिहार बंद को राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिला। वाम दलों के अलावा बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस, भाकपा एवं माकपा ने बंद का समर्थन किया है। इनके अलावा बिहार बंद को राजद, जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और विकासशील इंसान जैसे राजनीतिक दलों ने इस बंद को अपना समर्थन दिया।

आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच और छात्रों के ख़िलाफ़ दर्ज किए गए मुक़दमे को वापस लेने की मांग को लेकर शुक्रवार को बिहार बंद का महागठबंधन समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया है।

महुआ से राजद विधायक डॉ. मुकेश रौशन ने अपने समर्थकों के साथ ‘बिहार बंद’ का समर्थन किया। उन्होंने परीक्षा में हुई धांधली के आरोप में सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया।

सुबह 6 बजे कई जगह रोड जाम की गईं। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य रास्तों को जाम कर दिया। राजधानी पटना में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और कई जगह यातायात मार्ग को जाम कर दिया। विरोध के दौरान जमकर नारेबाजी की गई। पटना में जाप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई।

वहीं समर्थन में नारे और आगजनी भी की गई। राज्य में माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस बल भी सक्रिय था। जवानों की टुकड़ी भी तमाम शहरों में पहुंची।

सीपीआईएमएल विधायक महबूब आलम ने ट्वीट करके बताया कि – “बिहार सरकार की दमन की कोशिश के बावजूद भी आज का छात्रों द्वारा आहूत बिहार बंद अभूतपूर्व रूप से सफल रहा। पटना के डाकबंगला चौक पर मुझे तथा मेरे सहयोगी भाकपा माले के विधायक संदीप सौरभ जी को गिरफ्तार किया गया”।

दरभंगा में भी जगह-जगह आरजेडी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। दरभंगा रेलवे स्टेशन पर आईएसए और आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता ट्रैक पर बैठ गए और उन्होंने दरभंगा संपर्क क्रांति का रास्ता रोक दिया। आरजेडी के कार्यकर्ता ट्रेन के इंजन पर चढ़कर नारेबाजी करते रहे।

वैशाली में हाईवे पर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायरों में आग लगाकर रास्ता रोक दिया। साथ ही मोदी और नीतीश का पुतला भी फूंका गया। गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं और कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे।

जहानाबाद में बिहार बंद के दौरान भाकपा माले एवं महागठबंधन के कार्यकर्ता सुबह में ही सड़क पर उतर गए। कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर बंद को सफल बनाने की अपील कर रहे हैं। जहानाबाद के अरवल मोड़, काको, मखदूमपुर सहित कई जगहों पर एनएच पर टायर जलाकर आवागमन को बाधित किया। काको में एनएच 110 पर दुपहिया वाहन को छोड़कर सभी वाहनों का परिचालन ठप हो गया।

समस्तीपुर में भी ‘बिहार बंद’ का असर देखा गया। समस्तीपुर-पटना रोड पर एसडीओ कार्यालय के पास प्रदर्शन की वजह से यातायात पूरी तरह ठप हो गया। यहां कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। दफ्तरों को निकले लोग काफी परेशान दिखे।

शुक्रवार की सुबह से ही महागठबंधन खासकर राजद के कार्यकर्ता रानीगंज काली मंदिर के समीप बड़े वाहनों को रोक कर प्रदर्शन कर रहे थे। राजद प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष बशीरुद्दीन के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्त्ता रानीगंज बस स्टैंड, ब्लॉक चौक, रामपुर चौक, आदि जगहों पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किए। मौके पर राजद प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने बताया कि यह केंद्र और राज्य सरकार छात्र और किसान विरोधी है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा को लेकर जिले में विभिन्न छात्र संगठनों के लोग सड़क पर उतरे और टायर जलाकर बाज़ार को बंद कराया। जिला मुख्यालय समेत जिले के विभिन्न हिस्सों में छात्रों ने प्रदर्शन किया। हसपुरा प्रखंड मुख्यालय में छात्रों ने बाज़ार को बंद करा दिया। विपक्षी पार्टियों ने बंद का अपना समर्थन दिया है। बस स्टैंड तीन मुहान पर टायर जलाकर जमकर प्रदर्शन किया। नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे भी लगाए। हसपुरा में सुबह से ही बाजार बंद का असर दिखने लगा था। बड़े वाहन और पटना जाने वाली गाड़ियां बंद रहीं।

पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी

बिहार बंद को लेकर यूपी के कई जिलों में हाई अलर्ट रहा। डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को सतर्क रहने के निर्देश दिए थे। खासकर वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर में विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए थे। क्योंकि कुछ दिन पहले ही प्रयागराज में छात्रों ने बड़ा विरोध-प्रदर्शन किया था।

छात्रों के प्रदर्शन पर खान सर की 28 जनवरी को प्रदर्शन न करने की अपील पर जेएपी पार्टी अध्यक्ष पप्पू यादव ने तंज कसा है। उन्होंने छात्रों से बातचीत के दौरान कहा कि आप लोगों को यह अहसास करा देना है कि हम लोग मरने वाले हैं, लड़ने वाले हैं। मारने वाले नहीं हैं। पूरी दुनिया कल आपको वॉच करेगी, आपकी भूमिका पूरी दुनिया देख रही है।

बिहार सरकार की धमकी

इससे पहले आज सुबह नीतीश सरकार में शामिल हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी हालात बिगड़ने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पटना में कोचिंग संस्थानों के कई शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का कदम छात्रों के आंदोलन को तेज करने में मदद कर सकता है। खान सर जैसे शिक्षकों के ख़िलाफ़ एफआईआर छात्रों को बिहार में अघोषित आंदोलन के लिए और भड़का सकता है।

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील मोदी ने बताया कि गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आश्वासन दिया है कि ग्रुप-डी की दो के बजाय एक परीक्षा होगी। साथ ही एनटीपीसी परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम एक छात्र-एक के परिणाम के आधार पर घोषित किए जाएंगे। इसलिए विरोध करने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों की अगर कोई दूसरी मांगें हैं तो उन्हें रेलवे द्वारा गठित समिति के समक्ष उठा सकते हैं। इसलिए मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि वे विरोध-प्रदर्शन करने के लिए किसी से प्रभावित न हों।

रेलवे ने कमेटी गठित की

रेल मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी और दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएं सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी। इस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 3 सप्ताह का समय दिया है। जांच के बाद कमेटी 4 मार्च तक अपनी सिफारिश प्रस्तुत करेगी। इस उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिशों के आधार पर रेल मंत्रालय एनटीपीसी के परीक्षा परिणामों में बदलाव कर सकता है।

हालांकि रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा ग्रुप डी भर्ती परीक्षा को लेकर पहले सूचना दी गई थी कि यह परीक्षा एक चरण में होगी, लेकिन बोर्ड ने इसे बदलकर दो चरणों में करने का एलान किया तो अभ्यर्थी भड़क उठे। ग्रुप डी भर्ती परीक्षा कार्यक्रम में संशोधन कर तृस्तरीय कर देने के विरोध में देशभर में छात्रों ने प्रदर्शन किया, रेल परिचालन बाधित किया।

छात्रों के इसी विरोध को देखते हुए बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मुझे भरोसा दिलाया है कि रेलवे ग्रुप डी की दो की जगह एक परीक्षा लेगा। एनटीपीसी के परिणाम एक छात्र-यूनिक रिजल्ट फार्मूले पर होंगे। साथ ही एनटीपीसी की परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम एक छात्र-यूनिक रिजल्ट के आधार पर घोषित किये जाएंगे।

रेलमंत्री के हवाले से सुशील मोदी ने ये भी कहा कि सरकार छात्रों से सहमत है और उनकी मांग के अनुरूप ही निर्णय जल्द किया जाएगा।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी को आश्वस्त किया कि ग्रुप-डी की दो की बजाय एक परीक्षा होगी और एनटीपीसी की परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम एक छात्र-यूनिक रिजल्ट के आधार पर घोषित किये जाएंगे।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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