Saturday, April 20, 2024

चौतरफा आलोचना के बाद कर्नाटक कांग्रेस विधायक ने अपने महिला विरोधी बयान के लिए मांगी माफी

कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के आर रमेश कुमार ने अपनी चौतरफा आलोचना के बाद गुरुवार को विधानसभा में अपने विवादित मुहावरे के लिये विधानसभा के अंदर और बाहर माफ़ी मांग ली है। कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने विधानसभा में सफाई देते हुए कहा, “अगर इस बयान से महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो मुझे माफ़ी मांगने में कोई आपत्ति नहीं है। मैं तहे दिल से माफ़ी मांगता हूं”।

रमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर माफ़ी मांगते हुए कहा कि अपराध को छोटा करने का उनका इरादा नहीं था। रमेश कुमार ने ट्वीट किया, “मैं अब से अपने शब्दों को ध्यान से चुनूंगा!” विधानसभा में “बलात्कार!” के बारे में की गई उदासीन और लापरवाही पूर्ण टिप्पणी के लिए सभी से खेद व्यक्त करना चाहता हूं। मेरा इरादा गलत नहीं था या जघन्य अपराध को कम करने वाला नहीं था, लेकिन यह एक ऑफ द कफ टिप्पणी थी! मैं अब से अपने शब्दों को सावधानी पूर्वक आप सभी के सामने रखूंगा।

क्या था वो विवादित मुहावरा

बता दें कि कर्नाटक में आई बाढ़ और उससे फसलों को हुए नुकसान को लेकर कल विधानसभा में विधायक चर्चा और बहस की मांग कर रहे थे। और विधानसभा में इसे लेकर जोरदार हंगामा हो रहा था। स्पीकर ने विधायकों को समझाने की कोशिश की, लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के पास वक्त की कमी थी और उन्हें शाम छह बजे तक चर्चा को पूरा कराना था जबकि विधायक समय बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे तो कागेरी ने हंसते हुए कहा – “मैं उस स्थिति में हूं जहां मुझे मजा लेना है और हां, हां करना है। ठीक है। मुझे तो यही महसूस होता है। मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए। रमेश कुमार आप जानते हैं, अब मुझे लग रहा है कि मुझे इस स्थिति को एन्जॉय करना चाहिए। मैंने तय किया है कि अब किसी को भी रोकने और स्थिति को संभालने की कोशिश नहीं करूंगा। आप लोग चर्चा करिए”।

इस पर कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने कहा कि “एक पुरानी कहावत है… जब बलात्कार को रोका नहीं जा सके तो लेटिए और मजे लीजिए। अभी आपकी स्थिति बिल्कुल ऐसी ही हो गई है। इस पर अध्यक्ष महोदय खुद भी हंसने लगे”।

इससे पहले जब रमेश कुमार कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष थे उस दौरान उन्होंने अपनी तुलना रेप पीड़िता से करते हुए कहा था कि मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी है। बलात्कार सिर्फ़ एक बार होता है यदि आप उस बात को वहीं छोड़े देते हैं, लेकिन जब आप शिक़ायत करते हैं कि बलात्कार हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन उनके वकील पूछते हैं कि यह कैसे हुआ? यह कब हुआ और कितनी बार हुआ? रेप एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार रेप होता है। यह मेरी हालत है।

कांग्रेस नेताओं ने की आलोचना

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कर्नाटक कांग्रेस विधायक रमेश कुमार के बयान पर कहा कि स्पीकर और विधायक के बीच जो संवाद हुआ उसे पार्टी समर्थन नहीं देती है। स्पीकर और वरिष्ठ विधायकों का कर्तव्य बनता है कि वे रोल मॉडल बनें और ऐसे बर्ताव से दूर रहें।

कर्नाटक कांग्रेस विधायक डॉ. अंजली निम्बालकर ने सोशल मीडिया पर अपनी पार्टी विधायक का वीडियो शेयर करते हुए सदन से महिलाओं से माफ़ी मांगने की मांग की।

एक और कर्नाटक कांग्रेस विधायक सौम्या रेड्डी ने भी अपने पार्टी विधायक के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि ये ठीक नहीं है। माफ़ी मांगने की ज़रूरत है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा – “ऐसी अभद्र टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। वो वरिष्ठ नेताओं में से हैं। उन्होंने ऐसा क्यों कहा ये समझ नहीं आ रहा है। अब उन्हें इस गलती का एहसास हुआ है और उन्होंने माफ़ी मांगी है। लेकिन इस तरह की बातें कतई नहीं करनी चाहिए”।

विपक्षी दलों ने भी घेरा

सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक व्यवहार है। पार्टी को ऐसे बयान देने वालों से डील करना चाहिए और उनके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने कहा ‘एमएलए कुमार ने हंसते हुए कहा कि जब रेप हो रहा हो, तो लेट के मजे लेने चाहिए! ऐसी घटिया और रेपिस्ट सोच वाले आदमी को कोई हक़ नही बनता कि वो विधानसभा में बैठे। मेरी अपील है कर्नाटक सरकार से इस आदमी पर FIR दर्ज़ कर अरेस्ट करो, विधानसभा से बर्ख़ास्त करो और वीआईपी सिक्योरिटी छीनो’।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रमेश कुमार को आड़े हाथ लेते हुए कहा- “विधानसभा जो महिला को संरक्षित करने का संकल्प लेती है उस धरा पर कांग्रेस नेता ने जो बयान दिया है वो शर्मनाक है। कांग्रेस का वो नेतृत्व जो उत्तर प्रदेश में कहता है मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं। तो पहले कांग्रेस इस नेता को अपनी पार्टी से निष्काषित करें”।

बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल रमेश कुमार के बयान की निंदा करते हुए कहा-” कांग्रेस एमएलए रमेश कुमार का यह बयान बेहद शर्मनाक है। जिस पार्टी की मुखिया स्वयं एक महिला हो उस पार्टी के विधायक अगर ऐसी बात करते हैं तो महिलाओं को कितनी पीड़ा होती होगी। रमेश कुमार को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए और कांग्रेस को उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

रमेश कुमार के बयान पर अपना दल (सोनेलाल) नेता व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल ने कहा – “मुझे आश्चर्य है कि राज्य के सदन में ऐसे लोग बैठे हैं जिन्हें महिला के प्रति न आदर और न सम्मान है। जिन लोगों ने इन्हें चुनकर वहां भेजा उन्हें एक बार सोचना चाहिए। इनकी पार्टी को ऐसे विधायक पर सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए”।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा – ” विधानसभा में ये बोलना ये सही नहीं है। कांग्रेस राजनीति का स्तर किस लेवल पर लेकर जा रही है ये इसका सबूत है. के.आर. रमेश कुमार काफ़ी वरिष्ठ नेता हैं”।

कर्नाटक सरकार में मंत्री शशिकला जोले ने कहा, ‘रमेश कुमार विधायक और स्पीकर रह चुके हैं उनके प्रति काफ़ी सम्मान है। लेकिन उन्होंने ऐसा कहा इसके ख़िलाफ़ हम प्रदर्शन कर रहे हैं। वो अनुभवी नेता हैं। रमेश कुमार के बयान पर अध्यक्ष को उन्हें रोकना चाहिए था”।

दिल्ली के एक NGO ने रेप वाले बयान को लेकर केआर रमेश के ख़िलाफ़ कर्नाटक के गवर्नर के पास शिक़ायत दर्ज़ कराई है। उन्होंने MLA के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने और MLA के तौर पर उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग की है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी रमेश के बयान की निंदा की है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि मैं के आर रमेश के बयान की पूरी शिद्दत से निंदा करती हूं। इसकी कोई व्याख्या नहीं की जा सकती है कि इस तरह के शब्दों का कोई कैसे इस्तेमाल कर सकता है। उनका कोई बचाव नहीं है। बलात्कार जघन्य अपराध है। पूर्ण विराम।

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