Friday, April 19, 2024

‘भारत बंद’ का बिहार के ग्रामीण इलाकों में व्यापक असर

पटना। तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करने, प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस लेने, बिहार में कृषि मंडी को पुनर्बहाल करने, श्रम कानूनों पर हमला बंद करने, महंगाई, रोजगार, बाढ़ सहित अन्य मांगों को लेकर किसान संगठनों के संयुक्त आह्वान पर आज ‘भारत बंद’ का बिहार के ग्रामीण इलाकों में व्यापक असर दिख रहा है। किसान समुदाय के साथ-साथ ग्रामीण मजदूर व छात्र-नौजवान बड़ी संख्या में सड़क पर उतर कर मोदी सरकार की तानाशाही का विरोध कर रहे हैं।

भाकपा-माले सहित महागठबंधन के अन्य दलों ने इस बंद का सक्रिय समर्थन किया है। सुबह से ही माले व महागठबंधन के अन्य दल सड़क पर उतर आए हैं, और जगह-जगह सड़क व्यवस्था को बाधित कर दिया है। माले कार्यकर्ता लगभग सभी जिला मुख्यालयों पर मार्च आयोजित कर रहे हैं और आम लोगों से बंद को व्यापक समर्थन देने की अपील कर रहे हैं।

जहानाबाद में पटना-गया पैसेंजर के परिचालन को ठप्प कर दिया गया, जिससे पटना-गया रेल खंड पर ट्रेन का परिचालन पूरी तरह बाधित हो गया। बेगूसराय में माले कार्यकर्ताओं ने सुबह 7 बजे ही एनएच 31 पर जाम लगा दिया और यातायात व्यवस्था को ठप्प कर दिया।

आरा में एनएच 30 को बस पड़ाव के पास सुबह 7 बजे से ही सैकड़ों किसान-मजदूरों व छात्र-नौजवानों ने जाम कर दिया है। इसका नेतृत्व तरारी विधायक व बिहार के चर्चित किसान नेता सुदामा प्रसाद, राजू यादव, अगिआंव विधायक मनोज मंजिल आदि कर रहे हैं। कोइलवर में आरा-पटना मुख्य मार्ग को गीधा में जाम कर दिया गया है। सहार में आरा-अरवल पुल भी सुबह 7 बजे से जमा हैं। पीरो में आरा-सासाराम मुख्य मार्ग सुब 8 बजे से बाधित है। जगदीशपुर में आरा-मोहनिया मुख्य मार्ग को नयकाटोला में जाम कर दिया गया है। भोजपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में बंद का व्यापक असर है और लगभग सभी मुख्य मार्गों पर परिचालन बाधित है।

जहानाबाद में ट्रेन जाम के बाद माले व महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने पटना-गया सड़क मार्ग पर मार्च किया और तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग उठाई। अरवल मोड़ पर सभा जारी है। मुजफ्फरपुर में माले कार्यकर्ताओं ने बंदरा में बड़गांव के पास चक्का जाम कर दिया है। जीरो माइल चौक भी जाम है। मुजफ्फरपुर में माले, खेग्रामस व किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने सड़क के विभिन्न मार्गों पर मार्च का जुलूस निकाला। माले नगर सचिव व इंसाफ मंच के राज्य अध्यक्ष सूरज कुमार, खेग्रामस के राज्य कार्यकारी सचिव शत्रुघ्न सहनी, इंसाफ मंच के फहद जमां व ऐपवा-आइसा के कार्यकर्ता बंद का नेतृत्व कर रहे हैं। गायघाट-बेनीबाद में एनएच 57 पर जाम लगा दिया गया। इसका नेतृत्व किसान महासभा के नेता जितेन्द्र यादव ने की।

सहरसा में भारत बंद के दौरान शंकर चौक पर माले जिला सचिव ललन यादव के नेतृत्व में यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है। गया जिला के टिकारी व गया शहर में बंद का असर दिख रहा है। गया के केजी रोड पर वाम दलों ने संयुक्त रूप से मार्च निकाला और दुकानदारों से बंद को समर्थन देने की अपील की। अरवल में माले विधायक महानंद सिंह के नेतृत्व में वाम दलों ने पटना-औरंगाबाद और अरवल-जहानाबाद मार्ग पर मार्च निकाला तथा भगत सिंह चौक पर सभा आयोजित की।

पूर्णिया, वैशाली के बिदुपुर, नालंदा के विभिन्न प्रखंडों में भी बंद के समर्थन जुलूस निकाला गया है और प्रभावशाली बंद चल रहा है। दरभंगा के लहेरियासराय में माले, किसान महासभा व ऐक्टू नेताओं के नेतृत्व में जुलूस निकला और सभा आयोजित की गई। बिरोल में भी सड़क जाम किया गया। दरभंगा स्टेशन रोड जाम करते हुए माले व किसान महासभा के नेताओं ने मार्च निकाला। भागलपुर में एनएच 80 को जाम किया गया और फिर स्टेशन चैक से जुलूस निकला। भागलपुर में बंद का व्यापक असर दिखा।

बक्सर के डुमरांव में माले कार्यालय से जुलूस निकला और एनएच 120, नगर परिषद कार्यालय, राजगढ़ होते हुए नया थाना पहुंचा और 120 एनएच को जाम कर दिया गया। ब्रह्मपुर, सोनवर्षा, नवानगर और बक्सर में भी जुलूस निकाला गया। एनएच 84 को ब्रह्मपुर में जाम करके सभा आयोजित की गई।

फुलवारी में माले विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में महागठबंधन का विशाल मार्च निकला। बंद समर्थकों ने सभी दुकानदारों से मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ आज के भारत बंद को समर्थन देने की अपील की। बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है। पटना जिले के पालीगंज, नौबतपुर, मसौढ़ी, फतुहा, संपतचक, दुल्हिनबाजार, बिहटा में भी बंद का व्यापक असर दिख रहा है।

सीवान में बंद के दौरान लगभग 400 लोग सड़क पर उतरे। 9 से 12 बजे तक गोपालगंज मोड़ को जाम कर दिया गया। फिर शहर मार्च निकाला गया और अंबेडकर पार्क में सभा की गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व माले विधायक सत्यदेव राम व अमरजीत कुशवाहा ने किया। गोपालगंज में वाम कार्यकर्ताओं ने शहर में मार्च किया और अंबेडकर चौक को जाम कर दिया। पश्चिम चंपारण में बगहा, मैनाटांड़, नरकटियागंज, बेतिया में बंद का व्यापक असर दिखा। सुबह से ही माले कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर मार्च निकाला। मधुबनी ब्लॉक में माले समर्थकों ने ब्लॉक परिसर को पूरी तरह से बंद करा दिया।

समस्तीपुर, खगड़िया, नवादा, पूर्वी चंपारण, रोहतास, कैमूर, सुपौल आदि जिलों में भी बन्द का असर दिख रहा है।

(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)

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