Friday, April 19, 2024

किसानों ने बॉर्डर पर जमावड़े की पूरी की सेंचुरी, कल होगी केएमपी एक्सप्रेसवे की नाकेबंदी

दुनिया के सबसे बड़े शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को100 दिन पूरे हो चुके हैं। यह वह दिन था जब किसानों ने सयुंक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली के बोर्डर्स पर धरना शुरू किया था। सौ दिनों के पूरा होने पर, कल (6 मार्च) को केएमपी एक्सप्रेसवे की 5 घंटे की नाकाबंदी के साथ-साथ काला दिवस के रूप में चिह्नित किया जाएगा।

मध्यप्रदेश के छतरपुर में 87 दिनों से किसानों का धरना चल रहा है। पुलिस व प्रशासन ने अब तक न टेंट लगाने की अनुमति दी न ही कोई अन्य सहायता प्रदान की। यहां 3 व 4 मार्च को महापंचायत आयोजित की गई जिसके बाद टेंट लगाने की अनुमति दे दी गयी है। आने वाले समय में मध्यप्रदेश में और महा पंचायत करने की योजना है।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कीर्ति किसान यूनियन के नेता और (दिवंगत) कॉमरेड दातार सिंह के परिवार के दुख में शामिल हुए। सभी ने दिवंगत दातार सिंह को अनेक जनाधिकार संगठनों और चल रहे आंदोलन में उनके समृद्ध योगदान के लिए श्रद्धांजलि दी।

कीर्ति किसान यूनियन के अध्यक्ष कामरेड दातार सिंह का अमृतसर में एक सार्वजनिक बैठक के बीच दिल का दौरा पड़ने पर 21 फरवरी, 2021 को निधन हो गया था। आज अमृतसर में आयोजित एक बड़ी शोक सभा में, SKM नेतृत्व ने सम्मान पूर्वक इस और अन्य आंदोलनों में उनके योगदान के महत्व का सम्मान किया और आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

दिल्ली पुलिस की ज्यादतियों का फिर से सामना किया गया। मंजीत कौर डोबका के नेतृत्व में महिलाओं का एक समूह बुधवार की रात को सिंघु से रकाबगंज गुरुद्वारा जाने के लिए वहां रात बिताने के लिए गया था। सिर्फ इसलिए कि उनकी गाड़ी पर किसान यूनियन और श्री निशान साहिब का झंडा लगा था, उनके वाहन को दिल्ली पुलिस के बाहरी रिंग रोड चेक पोस्ट के पास रोक दिया गया था। उन्हें गाड़ी से झंडे हटाने के लिए कहा गया। जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो उन्हें तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में हिरासत में ले लिया गया। इस समूह में बरनाला से 2 साल की उम्र की एक बच्ची भी शामिल है, जिसका नाम यशमी कौर है। कानून के अनुसार 7 वर्ष से कम उम्र के किसी बच्चे को पुलिस स्टेशन में हिरासत में नहीं लिया जा सकता;  दूसरी बात यह है कि सूर्यास्त के बाद किसी भी महिला को पुलिस स्टेशन में नहीं रखा जा सकता। किसान मोर्चा ने न केवल दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को अवैध बताया है बल्कि उसकी कड़े शब्दों में निंदा की है।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।

Related Articles

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।