Friday, March 29, 2024

छिटपुट हिंसा के बीच झारखंड की 13 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण का मतदान संपन्न

रांची। झारखंड के छः जिलों की 13 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवम्बर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान संपन्न हो गये। कुल 62.87 % मतदान में सबसे ज्यादा 71.47 % मतदान लोहरदगा में और सबसे कम 56.59 फीसदी वोट चतरा में पड़ा। इसके साथ ही 15 महिला समेत 189 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो गयी।
इस बीच गुमला में बम विस्फोट, डाल्टनगंज में कांग्रेसी उम्मीदवार केएन त्रिपाठी के द्वारा पिस्टल निकालने और हुसैनाबाद में आजसू एवं एनसीपी समर्थकों के बीच मारपीट की घटना को छोड़कर और कहीं कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाला क्षेत्र चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पांकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।
चतरा में 56.59%, गुमला में 67.30 %, बिशुनपुर में 67.04%, लोहरदगा में 71.47%, मनिका में 57.61%, लातेहार में 61.26%, डाल्टनगंज में 63.90%, पांकी में 64.10%, बिश्रामपुर में 61.60%, छतरपुर में 62.30%, हुसैनाबाद में 60.90%, गढ़वा में 66.04% और भवनाथपुर में 67.34% मतदान हुआ।
मतदान की सुबह-सुबह खबर आयी कि नक्सलियों ने गुमला जिला के बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र में एक पुल को उड़ा दिया है। वहीं, 10 बजे के बाद डाल्टनगंज का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कांग्रेसी उम्मीदवार केएन त्रिपाठी एक मतदान केंद्र में पिस्टल लहराते नजर आये। बाद में उनकी कार के शीशे पथराव में  टूट गये ।

जिसके बाद पुलिस को  उन्हें हिरासत में लेना पड़ा। उनका पिस्टल भी जब्त कर लिया गया। इस घटना पर केएन त्रिपाठी ने पलामू के उपायुक्त पर बूथ लुटवाने का आरोप लगाते हुए  उनको सस्पेंड करने की मांग की है उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयुक्त ने जान-बूझकर बूथ लुटवाने का काम किया।
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि मतदान केंद्र से त्रिपाठी जब बाहर निकले, तो उनके साथ चल रहे सुरक्षा गार्डों ने प्रत्याशी के पीछे आ रही भीड़ पर बंदूकें तान दीं। इसके बाद लोग पीछे हट गये। भाजपा ने त्रिपाठी के पिस्तौल निकालने और उनके सुरक्षा गार्डों द्वारा बूथ के बाहर लोगों पर बंदूक तानने की आलोचना की और चुनाव आयोग से कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं गुमला के उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि गुमला में पुल उड़ाने के लिए माओवादियों द्वारा विस्फोट किया गया। लेकिन जान-माल का किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिस जगह विस्फोट हुआ, वह मतदान केंद्र से 2 किलोमीटर दूर है। उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि हमले की वजह से मतदान पर कोई असर नहीं पड़ा। बढ़ते पहर के साथ मतदन का प्रतिशत भी बढ़ने लगा।
इन सभी सीटों पर निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने 4,892 मतदान केंद्र बनाये थे, जिसमें 1,262 केंद्रों की वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित 1,097 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया था, तो 461 बूथ को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था।
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में फिर से सत्ता पाने के लिए चुनाव लड़ रही है। पहले चरण की 13 में से 12 सीटों पर उसने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हुसैनाबाद एकमात्र सीट है, जहां से भाजपा का कोई उम्मीदवार नहीं है। पार्टी ने यहां निर्दलीय प्रत्याशी विनोद सिंह को अपना समर्थन दिया है।
वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के साथ चुनाव लड़ने वाली सुदेश महतो की पार्टी आजसू पार्टी इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है।
राज्य विधानसभा चुनाव में  झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन किया है। पहले चरण में कांग्रेस 6, झामुमो 4 और राजद ने 3 उम्मीदवार उतारे हैं।
बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) बिहार में सत्तारूढ़ नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड और वामदल भी मैदान में डटे हैं।
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में होने वाले मतदान  7, 12, 16 और 20 दिसंबर को होंगे। मतगणना 23 दिसंबर को होगी।

(रांची से जनचौक संवाददाता विशद कुमार की रिपोर्ट।)

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