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नागरिकता कानून के खिलाफ देश भर में हल्ला बोल

नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसका आह्वान लेफ्ट विंग ने कियाा है और कांग्रेस समेत तमाम दूसरे दलों ने बंद का समर्थन कियाा है। दिल्ली में धारा 144 लगाए जाने के बावजूद लोग सड़कों पर हैं। 11:30 बजे लाल किला से शहीद भगत सिंह पार्क (आईटीओ) तक ‘हम भारत के लोग’ के होने वाले मार्च को लेकर धारा 144 लगाई गई है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हैं और विरोध कर रहे हैं। कई स्टेशनों पर मेट्रो भी बंद कर दी गई है। कई प्रदेशों में भी धारा 144 लागू कर दी गई

जंतर मंतर पर भी प्रदर्शन शुरू हो गया है। यहां बड़ी संख्या में लोग जमा हुए हैं। स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने ट्विट कर लोगों से जंतर-मंतर पर पहुंचने की अपील की है। योगेंद्र यादव ने ट्विट कर कहा है, जो गिरफ्तारी से बच गए हैं वो जंतर मंतर पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन जारी रखें। मैं नजरबंदी से जैसे ही मुक्त होता हूं सीधे जंतर मंतर पर आऊंगा।

उत्तर प्रदेश की राजधानी में नागरिकता कानून को लेकर हो रहा विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रुख इख्तियार कर लिया है। लखनऊ के कई इलाकों में हिंसा फैल गई है। उपद्रवियों ने दो पुलिस चौकी जला दी है। कुछ वाहनों को भी फूंक दिया है। डॉलीगंज इलाके में तोड़फोड़ और पथराव की खबर है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े हैं। ठाकुरगंज में फायरिंग की सूचना है। प्रदर्शनों की वजह से लखनऊ में जगह-जगह भीषण जाम लग गया है।

लखनऊ में तमाम पार्टियों ने विधान सभा के सामने प्रदर्शन किया। यह सभी नागरिकता कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को परिवर्तन चौक से हिरासत में ले लिया। नागरिक बिल के खिलाफ चंडीगढ़ में भी शाम को प्रदर्शन होगा। स्टूडेंट सेंटर से सेक्टर 17 तक मार्च निकालाा जाएगा।

बंद को असफल बनाने के लिए विरोध कर रहे नेताओं को जगह-जगह हिरासत में लिया जा रहा है। बैंग्लोर से खबर आ रही है कि विरोध के लिए यहां के टाउन हाल में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं। कांग्रेस के विधायक रिजवान अरशद को यहां पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उधर, कांग्रेस नेता हरीश रावत और रिपुन बोरा ने गुवाहाटी में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में शिरकत की है। यूपी के संभल में कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों के बस में आग लगाने की भी सूचना है।

दिल्ली में मुस्लिम समुदाय के छात्रों और अन्य लोगों ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के गेट पर नमाज अदा की। इस दौरान तमाम दूूसरे धर्मों के सदस्यों ने उनके चारों ओर एक मानव श्रृंखला बनाई। बीते दिनों यहां के छात्रों पर पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया था।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आज सभी नागरिकों में डर है। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि वह इस कानून को लागू न करे और युवाओं को रोजगार दे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने बयान में कहा है कि मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएंगे उतनी तेज आवाज उठेगी।

अहमदाबाद में भी लोगों ने प्रदर्शन किया है। यहां पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया है। महाराष्ट्र के नागपुर में भी जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया है। यूपी के इलाहाबाद में भी नागरिकता कानून का विरोध हो रहा है। यहां कचेहरी के पास समाजवादी पार्टी के लोगों को पुलिस ने रोक दिया। जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

दिल्ली-एनसीआर और बैंग्लोर में भी धारा 144 लगाई गई है। विरोध को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। मार्च में शामिल स्वाराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव को दिल्ली में और इतिहासकार रामचंद्र गुहा को बैंग्लोर में हिरासत में ले लिया गया है।

प्रसिद्ध इतिहासकार राम चंद्र गुहा घर से जैसे ही नागरिकता कानून के खिलाफ प्ले कार्ड लेकर निकले उन्हें पुलिस ने रोक लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस ने धकियाते हुए हिरासत में ले लिया। उनके साथ पुलिस का यह दुर्व्यवहार वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग कह रहे हैं कि अगर आप विरोध करेंगे तो आपके सम्मान को सरकार ऐसे ही कुचलेगी।

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुहा को हिरासत में लेने की निंदा की है। ममता बनर्जी ने ट्विट कर कहा है कि सरकार छात्रों से डर गई है। यह सरकार एक इतिहासकार के मीडिया से बात करने और गांधी जी का पोस्टर हाथ में लेने से डर गई है। मैं राम गुहा को हिरासत में लेने के कदम की निंदा करती हूं।

चर्चित अंग्रेजी लेखक चेतन भगत ने एनआरसी और नए नागरिकता कानून का विरोध करते हुए कई ट्विट किए हैं। उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लियाा है। चेतन ने एक के बाद एक कई ट्विट किए हैं। उन्होंने गीता का एक श्लोक भी ट्विट किया है। भगत का कहना है कि नागरिकता कानून अकेले कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन एनआरसी और नागरिकता कानून को देखें तो यह भेदभाव करने वाला है। एक ट्विट में उन्होंने लिखा है,

एनआरसीः सभी को साबित करना है कि आप भारतीय हैं।
गैर मुस्लिमः
सर, मेरे पास कोई दस्तावेज नहीं है।
सरकारः ठीक है, कोई बात नहीं। सीएए आपको बचाएगा। आप भारतीय हैं।
मुस्लिमः सर, मेरे पास कोई दस्तावेज नहीं है।
सरकारः ये तो बहुत बुरा है। आप भारतीय नहीं हैं। बाहर जाइये।

मऊ से खबर है कि रात में वहां पर पुलिस ने अल्पसंख्यकों के घरों में तोड़फोड़ की है। बता दें कि यहां भी लोगों ने नागरिकता कानून का मुखर विरोध किया था।


विदेशों में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। कानून के खिलाफ लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन हुआ है। लोगों ने जामिया स्टूडेंट के खिलाफ कार्रवाई पर मोदी सरकार की आलोचना की। दो दिन पहले ही न्यूयार्क में वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट ने आपात बैठक करके दुनिया भर के सिखों से नागरिकताा कानून का विरोध करने की बात कही है। अहम बात यह है कि पीएम मोदी अपनी विदेश यात्राओं के मद्देनजर दो तर्क देते रहे हैं, पहला यह कि वह विदेशी निवेश लेकर आ रहे हैं। दूसरी बात यह कि वह देश की छवि विश्व में सुंदर कर रहे हैं। जिस तरह से देश के साथ ही विदेशों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं, उससे देश की कैसी छवि बन रही है बताने की जरूरत नहीं है।

बिहार में भी जबरदस्त विरोध प्रदर्शन जारी है। यहां लोगों ने ट्रेन रोक दी है और प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार के पटना और दरभंगा में ट्रेनें रोकी गई हैं। लेेफ्ट पार्टियों ने यहां भी बिहार बंद का आह्वान किया था। अहम बात यह है कि नागरिकता कानून का नीतीश सरकार ने समर्थन किया था। इसके बावजूद वहां की ज्यादातर अवाम इस कानूून के खिलाफ है। खुद उनकी पार्टी के दो विधायक और पार्टी के उपाध्यक्ष चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस कानून का विरोध कर चुके हैं।

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