Friday, April 19, 2024

राहुल, प्रियंका गांधी समेत 5 नेताओं को हाथरस जाने की प्रशासन ने दी इजाजत

नई दिल्ली। डीएनडी पर यूपी पुलिस द्वारा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत 5 लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दे दी गई है जबकि बाकी काफिले को रोक दिया गया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आगे बढ़ते ही बचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके चलते कई कार्यकर्ताओं को चोट आयी है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को रोकने के लिए डीएनडी फ्लाईओवर पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात था और पहले से ही बैरिकेड्स लगाया गया था।

जैसे ही राहुल गांधी का काफिला फ्लाईओवर पहुंचा वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके काफिले को रोक दिया। एडिशनल डीसीपी ने राहुल गांधी से बात करके ये रास्ता निकाला। राहुल गांधी ने पुलिस ऑफिसर को अपने मोबाइल पर कुछ दिखाया। उसके बाद पुलिस ने उनके वाहन को आगे जाने दिया। 

बता दें कि जैसे ही दिल्ली से सूचना बाहर गई कि राहुल-प्रियंका गांधी हाथरस के लिए निकले हैं वैसे ही डीएनडी पर बैरिकेड्स लगाकर ट्रैफिक बंद कर दिया गया था जिससे डीएनडी पर भारी जाम लग गया था।

पुलिस बल ने पहले से ही गिरफ्तारी का मन बना रखा था और इसके लिए तैयारी करके रखी गई थी। भारी मात्रा में पुलिस वैन डीएनडी पर खड़ा करके रखा गया था।

जबकि बहुत से कांग्रेस कार्यकर्ता डीएनडी पर अपने नेता का स्वागत करने के लिए पहुंचे हुए थे। हाथों में पार्टी का झंडा और जोशीले नारे लेकर। इसमें महिला कार्यकर्ता भी हजारों की संख्या में शामिल हैं।

ज्वाइंट सीपी नोएडा लव कुमार और एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने आगे बढ़कर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से बात करके ये रास्ता निकाला।  

काफिले में शामिल नेताओं में गुलाम नबी आजाद, शकील अहमद, शशि थरूर, राजीव शुक्ला, समेत कई वरिष्ठ नेता प्रमुख थे। 

एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने कहा  ‘ ये कोरोना काल है। लॉ एंड ऑर्डर का मामला है। हम कह रहे हैं कि आप वापस लौट जाइए। आपको यहां इकट्ठा नहीं होना चाहिए। कोरोना के नाम पर ही पीड़िता के गांव में धारा 144 लगाकर पूरे गांव की नाकेबंदी करके रखा गया है’। 

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।

केरल में ईवीएम के मॉक ड्रिल के दौरान बीजेपी को अतिरिक्त वोट की मछली चुनाव आयोग के गले में फंसी 

सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय चुनाव आयोग को केरल के कासरगोड में मॉक ड्रिल दौरान ईवीएम में खराबी के चलते भाजपा को गलत तरीके से मिले वोटों की जांच के निर्देश दिए हैं। मामले को प्रशांत भूषण ने उठाया, जिसपर कोर्ट ने विस्तार से सुनवाई की और भविष्य में ईवीएम के साथ किसी भी छेड़छाड़ को रोकने हेतु कदमों की जानकारी मांगी।

Related Articles

शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।

केरल में ईवीएम के मॉक ड्रिल के दौरान बीजेपी को अतिरिक्त वोट की मछली चुनाव आयोग के गले में फंसी 

सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय चुनाव आयोग को केरल के कासरगोड में मॉक ड्रिल दौरान ईवीएम में खराबी के चलते भाजपा को गलत तरीके से मिले वोटों की जांच के निर्देश दिए हैं। मामले को प्रशांत भूषण ने उठाया, जिसपर कोर्ट ने विस्तार से सुनवाई की और भविष्य में ईवीएम के साथ किसी भी छेड़छाड़ को रोकने हेतु कदमों की जानकारी मांगी।