Friday, March 29, 2024

‘तुम सब मरोगे’- गिरफ्तारी के बाद हेट कान्क्लेव मास्टरमाइंड यति नरसिंहानंद ने पुलिस को धमकाया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने के बाद हरिद्वार हेट कान्क्लेव के मास्टर माइंड यति नरसिंहानंद गिरी (दीपक त्यागी) को कल रात उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद इस गिरफ्तारी को लेकर यति नरसिंहानंद ने पुलिस अफसरों को धमकी भी दी थी, उन्होंने कहा था, तुम सब मरोगे।

सीओ सिटी, हरिद्वार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि “महिलाओं के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में यति नरसिंहानंद को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ 2-3 मामले दर्ज हैं।” 

गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे नगर कोतवाली हरिद्वार ले गई है। यह इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी है इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने वसीम रिज़वी उर्फ जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार किया था। तब यति नरसिंहानंद भी साथ था लेकिन पुलिस ने टेक्निकल बहाना करके उसे बाईपास कर दिया था।

उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थकों ने हरिद्वार पुलिस स्टेशन का घेराव किया। जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया।

बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद से लगातार प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री से अपनी चुप्पी तोड़ने और जनसंहार की अपील करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में सुप्रीम कोर्ट में भी घृणित भाषणों को लेकर कार्रवाई की गुहार लगाई गई है।

नागरिक संगठनों और कई अन्य हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना और अन्य हस्तियों को भी पत्र लिखा गया है। हरिद्वार धर्म संसद में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हेट स्पीच को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने गुरुवार को पहली गिरफ्तारी की।

नफ़रती भाषण देने के आरोपी धर्मगुरुओं में यति नरसिंहानंद भी शामिल हैं हरिद्वार में धर्म संसद में हेट स्पीच को लेकर पुलिस वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

हेट स्पीच केस में दर्ज़ एफआईआर में 10 से अधिक लोगों के नाम हैं। इसमें नरसिंहानंद, जितेंद्र त्यागी और अन्नपूर्णा शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उत्तराखंड सरकार को कार्रवाई के बारे में 10 दिनों के भीतर एक हलफ़नामा देने का निर्देश दिया था। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस हरकत में आई है और अब आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है।

बता दें कि पटना हाईकोर्ट की पूर्व जज जस्टिस अंजना प्रकाश और पत्रकार कुर्बान अली की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई थी। याचिकाकर्ता ने मुस्लिम समुदाय के ख़िलाफ़ नफ़रती भाषणों की घटनाओं की एक एसआईटी द्वारा ‘स्वतंत्र, विश्वसनीय और निष्पक्ष जांच’ कराने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया था। गौरतलब है कि उत्‍तराखंड के हरिद्वार में आयोजित हेट कान्क्लेव में भगवा आतंकियों ने मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हथियार उठाने और उनके कत्लेआम का आह्वान किया था।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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