Saturday, April 27, 2024

कोरोना वायरस

राहुल गांधी ने पीएम को लिखा पत्र, नये म्यूटेंट पर शोध और टीकाकरण को बताया जरूरी

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश भर में फैली कोविड महामारी को लेकर पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री का ध्यान कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों की तरफ दिलाते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन...

तो क्या बंगाल में एक वोट की कीमत है ‘आठ सौ रुपये’!

क्या बंगाल में एक वोट की कीमत आठ सौ रुपये होगी। भाजपा ने एक शर्त के साथ यह कीमत तय कर दी है। प्रदेश भाजपा के नेताओं ने कहा है कि अगर बंगाल में उनकी सरकार बनती है तो...

जब वे सलीबों के करीब आए, तो कायदा-कानून समझाने लगे!

दुष्यंत कुमार की एक बेहद प्रासंगिक कविता की पंक्तियां हैं-वो सलीबों के करीब आए तो हमको,कायदे-कानून समझाने लगे हैंकल से यह खबर फैल रही है कि प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक को लाइव कर के दिल्ली के...

आपदा में अवसरः बिना हींग-फिटकरी लगाए 400 रुपये प्रति खुराक़ ले रहा सीरम इंस्टीट्यूट!

राज्य सरकारों से कोविशील्ड टीका की प्रति खुराक 400 रुपये लेने के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के एलान के बाद एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने टिप्पणी करते हुए कहा है, "टीका विकसित करने पर सीरम इंस्टीट्यूट ने शून्य खर्च किए।...

गुजरात: सरकार के कोविड मामले छिपाने पर हाई कोर्ट बोला- आंकड़े बताने में शरमाओ मत

अहमदाबाद। गुजरात हाई कोर्ट ने सुमोटो अर्जी पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को 13 निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार को निर्देश देते हुए कोर्ट ने कहा है कि कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े सार्वजनिक करने में सरकार...

नेतृत्व की संवेदनाओं की मौत के बाद ही होती है आम आदमी की मृत्यु

यह समय ऐसे दृश्यों का सृजन कर रहा है जिनके बारे में किसी को भी संशय हो सकता है कि यह एक ही देश और काल में रचे गए हैं। सम्पूर्ण देश में कोविड-19 की दूसरी लहर का निर्मम...

जगह-जगह श्मशान के रूप में दिखने लगी सरकार की जन स्वास्थ्य के प्रति आपराधिक लापरवाही

सरकार की जन स्वास्थ्य नीति क्या है इस पर कभी चर्चा नहीं होती और अगर होती भी है तो बहुत कम उस चर्चा का जिक्र हमारी मीडिया में होता है। 2017 में प्रधानमंत्री का एक भाषण सोशल मीडिया पर...

पूछता है भारत… वैक्सीन के लिए इतनी जल्दबाज़ी क्यों!

यह बताना हम लोगों की ज़िम्मेदारी है, इसलिए शुरूआत इसी तरह करना ठीक रहेगा। आगे आप लोगों की मर्ज़ी है कि हमारी इस बात को और हमारे तथ्यों को आप लोग किस तरह देखते हैं। बेशक आप हमें स्वयंभू...

कोविड-19 के टीकाकरण के लिए क्या भारत के पास तैयार है बुनियादी ढांचा?

संक्रमितों की लगभग 92 लाख की संख्या के साथ, भारत वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों की दूसरा सबसे अधिक संख्या वाला देश है। भारत में जिस तरह से राजधानी दिल्ली समेत...

लॉकडाउन के साइड इफेक्टः टूट गए मध्यवर्गीय महिलाओं के सपनों के पंख

कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने शहरों में भयानक आर्थिक संकट को जन्म दिया है। इसके अहम पहलूओं से अभी भी हम अछूते हैं। शहर में रहने वाली कामकाजी महिलाओं से काम छिन गया है। जॉब का छिन जाना उन...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...