जन्मदिन
संस्कृति-समाज
मौलाना आजाद: आजादी का वह सिपाही जिसने रखी देश में शिक्षा व्यवस्था की बुनियाद
हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती हैबड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदामौलाना अबुल कलाम आज़ाद इस्लाम धर्म के प्रसिद्ध विद्वान, देशभक्त, सांप्रदायिक सद्भाव के लिए जज़्बा रखने वाले महत्वपूर्ण शख्सियत थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम...
संस्कृति-समाज
जन्मदिन पर विशेषः मजाज़ की शायरी में रबाब भी है और इंक़लाब भी
एक कैफ़ियत होती है प्यार। आगे बढ़कर मुहब्बत बनती है। ला-हद होकर इश्क़ हो जाती है। फिर जुनून और बेहद हो जाए तो दीवानगी कहलाती है। इसी दीवानगी को शायरी का लिबास पहना कर तरन्नुम से (गाकर) पढ़ा जाए...
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क्या सरकार निजी संपत्ति को जब्त या पुनर्वितरित कर सकती है:सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि अदालत केशवानंद भारती मामले में ऐतिहासिक 13-न्यायाधीशों की पीठ के फैसले के...
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