Friday, April 26, 2024

Dr. Ambedkar

आज के दौर में और भी ज्यादा प्रासंगिक हैं डॉ अंबेडकर के विचार

हमारे देश में कुछ ऐसे महापुरुष और मार्गदर्शक पैदा हुए हैं जो अपने समय से आगे की सोच रखते थे। महानायक भीमराव अंबेडकर भी ऐसे ही दूरदर्शी मनीषियों में से थे। वर्तमान समय में अंबेडकर की प्रासंगिकता और बढ़...

न्यायपालिका में SC,ST और OBC के समुचित प्रतिनिधित्व के बिना कानून का राज संभव नहीं 

विभिन्न जातियों और सम्प्रदायों में बंटे समाज में कानून का शासन, ऐसी न्यायिक व्यवस्था के द्वारा ही संभव है, जिसमें सभी समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व हो। जजों और कर्मचारियों की नियुक्तियां, विभिन्न वर्गों और संप्रदायों के बीच से, उनकी...

क्यों इस्लाम-ईसाई धर्म स्वीकार करने वाले दलित भी ‘दलित’ ही हैं

इस्लाम और ईसाई धर्म को मानने वाले दलितों के संवैधानिक अधिकारों के मसले पर बहुजन राजनीति के भीतर ‘साम्प्रदायिकता’ ने दबे पांव गहराई तक घुसपैठ की है। यह 2024 के चुनाव से पहले सतह पर नजर आ सकती है,...

‘डॉ आंबेडकर का बौद्ध बनना हिंदू धर्म के खिलाफ विद्रोह था’

लखनऊ, 15 अप्रैल। डॉ बी आर आंबेडकर की 132 वीं जयंती के अवसर पर पुलिस सुरक्षा के बीच सरोजिनी नगर क्षेत्र के दरोगा खेड़ा, हुल्ली खेड़ा और प्रसाद खेड़ा गांवों में इंसाफ मंच की ओर से कार्यक्रम का...

अगर हिंदू राज हकीकत बनता है, तो वह देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होगा: डॉ. आंबेडकर

26 जनवरी आधुनिक भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में एक है। इसी दिन 26 जनवरी 1950 को भारत को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था और भारतीय संविधान को पूरी तरह लागू किया गया था। हालांकि 26 नवंबर...

जन्मदिन पर विशेष: आज के दौर में डॉ. आंबेडकर और उनकी 22 प्रतिज्ञाओं का पुनर्पाठ

भारत में शोषितों-उत्पीड़ितों की मुखर आवाज और सच्चे लोकतंत्र के सिपाही बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर को आज एक जाति विशेष का नेता बताने की चौतरफा कोशिशें हो रही हैं। पहले भारत के मनुवादियों और फिर आजादी के बाद...

गैर-बराबरी और कट्टरता भरे समाज का सेक्युलरिज्म बनाम हिजाब-विवाद

बात पिछली शताब्दी के सन् साठ दशक की है। हम लोग स्कूल में पढ़ते थे। वह गांव का एक सरकारी स्कूल था। उसमें आसपास के कई गांवों के बच्चे आते थे। ज्यादातर बच्चे हिन्दू-उच्चवर्णीय समुदाय के होते थे। उन...

महापंचायत में फैसलाः किसान घरों में डॉ. अंबेडकर और सर छोटूराम की लगाएं तस्वीर

दलित समुदाय को लेकर कल हरियाणा के हिसार जिले के बरवाला में एक किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। किसान संगठनों की अब कोशिश है कि महापंचायतों के जरिए दलित समुदाय के लोगों को भी इससे जोड़ा जाए, जिससे...

साझे सपनों का दस्तावेज़ भारतीय संविधान

'भारतीय संविधान सिर्फ एक कागज का दस्तावेज़ नहीं है यह एक नागरिक दस्तावेज़ है इसकी हिफाजत करना हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है।' इधर कुछ वर्षों से कतिपय नागरिकों के बीच में संविधान के रचनाकारों की और इस नागरिक दस्तावेज़...

फिर सामने आया गुजरात सरकार का मनुवादी चेहरा, प्रश्नपत्र में पूछे सवाल पर भड़के दलित

भाजपा शासित गुजरात सरकार एक बार फिर दलित समाज के निशाने पर आ गई है। बाबा रामदेव द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद दलित समाज का गुस्सा ठंडा भी नहीं हुआ था कि राज्य सरकार भर्ती बोर्ड द्वारा नॉन सेक्रेटरिएट...

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गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का...