Friday, April 26, 2024

hunger

भूख के खिलाफ राशन की माँग को लेकर देश के गरीब-मजदूर आज पीटेंगे थाली

पटना। कोरोना काल में भूख और ग़रीबी से जूझ रहे लोगों के संकट को सरकार के सामने लाने के लिए देशव्यापी अभियान के तहत सीपीआई (एमएल) ने आज थाली पीटने का फ़ैसला लिया है। दिन में दो बजे 10...

कोरोना से पहले भूख ने ले ली सोमारिया की जान, एक बार फिर बेपर्दा हुई झारखंड में प्रशासनिक लापरवाही

राँची। झारखंड के गढ़वा जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर और भण्डरिया प्रखण्ड मुख्यालय से करीब 30 किमी उत्तर पूर्व घने जंगलों के बीच बसा है 700 की आबादी वाला एक आदिवासी बहुल कुरून नामक एक गांव। इसी...

जिन पर पूरे देश को भोजन मुहैया कराने की ज़िम्मेदारी है उनके घरों में काम करने वाले ही 12 दिनों से भूखे

नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार लगातार दावा करती आ रही है कि वो दिल्ली के सभी स्कूलों में दोनों जून खाना उपलब्ध करवाकर 20 लाख दिल्ली वासियों का पेट भर रही है। लेकिन हकीकत दावे के उलट...

पलामू में डीलर कर रहा है राशन की कालाबाज़ारी, ज़रूरतमंद भीख मांगने को मजबूर

पलामू। पलामू जिले के सतबरवा प्रखण्ड अंतर्गत पोंची भुइयां समुदाय का गांव है। यह आरजेडी के पूर्व विधायक और पूर्व सांसद मनोज भुइयां का पैतृक गांव भी है। वर्तमान में वे और उनकी पत्नी दोनों भाजपा में हैं और...

अपने अकेले दम पर भूख की आग मिटाने में जुटे हैं लोग

(कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ ऑल इंडिया लॉक डाउन के दरम्यान दिल्ली और उसके आस-पास के राज्यों से प्रवासी मजदूरों के पलायन को कवर करने के सिलसिले में हरियाणा और राजस्थान तक का गए अवधू आजाद और सूबे सिंह...

मुझे आपको प्रधानमंत्री कहने में शर्म आती है जनाब!

'रोम जल रहा था और नीरो वंशी बजा रहा था' उक्त लोकोक्ति आज हमारे देश के मुश्किल हालात पर चरितार्थ हो रही है। आज पूरे देश में कोरोना महामारी और सरकारी मशीनरी की अव्यवस्था से हाहाकार मचा हुआ है।...

लाॅक डाउन: झारखंड के गढ़वा ज़िले में भूखे पेट सो रहे मुसहर जाति के 6 परिवार

झारखंड समेत पूरे देश में लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार यदि किसी को पड़ी है, तो वो हैं गरीब और पिछड़ी जाति के लोग। गढ़वा जिला में मुसहर जाति के 6 परिवार के दो दर्जन लोग भूखे पेट सोने...

कोरोना और भूख से पहले सड़कें ही ले ले रही हैं प्रवासी मज़दूरों की जान

लॉकडाउन के बाद मुंबई और तेलंगाना सरीखे सुदूर शहर से अपने घर परिवार के बीच पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल नापने सड़कों पर उतरे मजदूरों को सरकार और दमनकारी व्यवस्था की तरह सड़कों पर दौड़ने वाली...

सरकार अमीरों को मुफ्त में जहाज से घर पहुंचा आई और गरीब पैदल यात्रा पर

एक तिहाई आबादी सदा पाखंड यात्राओं और पाखंड के अड्डों पर भटकती रही। लाख समझाओ मगर बुद्धिहीनों की भीड़ कहां समझने वाली है। हर प्राकृतिक आपदा के समय लुटेरे मुनाफाखोरी, कालाबाजारी पर उतर जाते हैं और धर्मखोर हालात सुधरने...

दिल्ली से पैदल गांव लौटता हताश लोकतंत्र !

वे दिल्ली से लौट रहे हैं। क्योंकि दिल्ली से उन्हें लौटा दिया गया है। लौटने का कोई साधन नहीं है। न रेल, न बस और न ही टेम्पो जीप जैसे साधन। वे पैदल ही चल पड़े हैं। कोई हमीरपुर,...

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गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का...