Saturday, April 27, 2024

Jharkhand

झारखंड का सिमरा जरा गांव तमाम मौलिक सुविधाओं से महरूम

झारखंड। राजधानी रांची से लगभग 100 किमी दूर है हजारीबाग जिला मुख्यालय और जिला मुख्यालय से लगभग 55 किमी दूर है बड़कागांव प्रखंड। और प्रखंड मुख्यालय से लगभग 14 किमी दूर है आंगो पंचायत। बड़कागांव प्रखंड के 23 पंचायतों...

सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए झारखंड के 15 मजदूर 1 दिसंबर को पहुंच सकते हैं अपने घर

रांची। 12 नवंबर यानी दीपावली की रात से उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 मजदूरों में झारखंड के 15 मजदूर फंसे थे, जिन्हें 16 दिनों बाद 28 नवंबर को सभी 41...

ग्राउंड रिपोर्ट: बदहाली में जी रहीं गुमला की आदिम जनजातियां, बिचौलिए खा रहे सरकारी योजनाओं का पैसा

रांची। झारखंड के गुमला जिले में आदिम जनजातियां बदहाली में जीवन जीने को मजबूर हैं। इस जिले में आदिम जनजातियों की आबादी 16 हजार से अधिक है और कुल परिवारों की संख्या 3,522 है। जिसमें असुर, कोरवा, बिरिजिया, बिरहोर,...

पेसा कानून नहीं बनाने की वजह से केंद्र ने ओडिशा के फंड में की कटौती, झारखंड पर भी खतरा

रांची। अनुसूचित क्षेत्रों के लिए पेसा कानून (पंचायत एक्सटेंशन टू शेड्यूल्ड एरियाज एक्ट) को बने 27 साल से ज्यादा हो चुके हैं। इस कानून के तहत 10 राज्यों- आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा,...

पीएम मोदी के उलिहातू दौरे का विरोध, लोकतंत्र बचाओ अभियान ने बताया आदिवासियों का अपमान

झारखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उलिहातू दौरे का विरोध शुरू हो गया है। पीएम मोदी 15 नवंबर को खूंटी में उलिहातू की यात्रा करने वाले हैं। उलिहातू आदिवासियों के प्रतीक बिरसा मुंडा की जन्मस्थली है। लोकतंत्र बचाओ अभियान...

15 वर्षों से केवल जड़ी-बूटियों से सर्पदंश का इलाज कर ग़रीबों को जीवन दान दे रहे हैं हनुक लकड़ा

झारखंड। लातेहार जिला मुख्यालय से लगभग 47 किमी दूर है बालूमाथ प्रखंड, और बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय से 8 किमी दूर बसा है चितरपुर गांव। जहां के निवासी हैं हनुक लकड़ा। 32 वर्षीय हनुक लकड़ा विगत 15 वर्षों से निर्बाध...

कॉर्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए आदिवासियों को जंगल से खदेड़ा जा रहा: जेम्स हेरेंज

रांची। 27 अक्टूबर को लातेहार जिले से जल, जंगल व जमीन की रक्षा की शपथ लेकर 'झारखंड ग्राम सभा जागरूकता यात्रा' प्रारंभ की गई थी, इस यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। यह यात्रा शहीद नीलाम्बर पीताम्बर की जन्मभूमि...

झारखंड: पेसा नियमावली लागू करने की मांग को लेकर आदिवासियों ने निकाली जागरूकता यात्रा

लातेहार। पेसा नियमावली लागू करने की मांग को लेकर झारखंड के लातेहार जिले के आदिवासी समुदाय ने झारखंड ग्रामसभा जागरूकता यात्रा शुरू की है। 27 अक्टूबर को जिले के भंडरिया प्रखंड अंतर्गत अड्डा महुआ में स्थित शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर के...

ग्राउंड रिपोर्ट: झारखंड का फूलसराय गांव बना नगर परिषद, लोगों पर पड़ने लगी होल्डिंग टैक्स की मार

रामगढ़। झारखंड के रामगढ़ जिला मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर और मांडू प्रखंड मुख्यालय से 30 किमी दूर बसा है फूलसराय गांव। गांव में तीन समुदाय के लोग बसते हैं। आदिवासी समुदाय के बेदिया, गैर आदिवासी समुदाय के साव...

धनबाद: न थम रहा है अवैध खनन और न थम रहा मौत का सिलसिला

धनबाद। झारखंड के धनबाद (कोयलांचल) में न अवैध खनन का कारोबार थम रहा है और न अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से हो रही मौतों का सिलसिला थम रहा है। इस क्षेत्र का चाहे सीसीएल का इलाका हो...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...