Tag: rights
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भारत में नहीं हैं अल्पसंख्यक सुरक्षित, किसानों के अधिकारों पर भी हो रहा हमला:ह्यूमन राइट्स वॉच
न्यूयॉर्क। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि भारत में सरकारी तंत्र ने मुसलमानों के खिलाफ सुव्यवस्थित रूप से भेदभाव करने और सरकार के आलोचकों को बदनाम करने वाले कानूनों और नीतियों को अपनाया है। सत्तारूढ़ हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में अन्तर्निहित पूर्वाग्रहों ने पुलिस और अदालत जैसी स्वतंत्र संस्थाओं में…
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लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के सवाल पर बिहार में शुरू हुई शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा
बिहार में ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा शुरू की गई। यह यात्रा ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी का संदेश, बहुजन हो एक’ और ‘ब्राह्मणवादी-पूंजीवादी हमले के खिलाफ संघर्ष करो तेज’ के आह्वान के साथ गांव-गांव तक शहीद जगदेव प्रसाद और कर्पूरी ठाकुर के विचारों और विरासत पर चर्चा के साथ किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों, मजदूर विरोधी चार श्रम…
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किसानों ने भी उठायी राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग
गुरुवार, 10 दिसंबर विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने जेलों में बंद विचाराधीन सभी सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की। यह मांग कोई छिपा हुआ एजेंडा या अचानक से उठी इच्छा के तहत नहीं बल्कि किसान यूनियनों ने सरकार को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था उनमें…
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मानवाधिकार दिवस पर विशेष: महिलाओं के बिना असंभव थी मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा
यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (यूडीएचआर) को उसका निर्णायक और अंतिम स्वरूप देने में महिलाओं की भूमिका प्रायः अचर्चित रही है जबकि वास्तविकता यह है कि बिना महिलाओं के योगदान एवं हस्तक्षेप के मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा सर्वसमावेशी नहीं बन पाती बल्कि इसके एकांगी होकर पुरुषों के अधिकारों की सार्वभौम घोषणा बन जाने का…
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हिंदू महिलाओं के संविधान प्रदत अधिकारों को खत्म करना चाहती है भाजपाः ऐपवा
ऐपवा ने कहा है कि ‘लव जिहाद’ जैसे किसी भी कानून का वह विरोध करेगी। कई भाजपा शासित राज्यों ने घोषणा की है कि वे ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून बनाएंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बिहार में ऐसे कानून की मांग की है। ऐपवा ने कहा है कि ऐसा कानून हिंदू महिलाओं की…
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यूपी-एसएसएफ के बहाने काटे गए न्यायपालिका के हाथ, अब नागरिक स्वतंत्रता SSF के बूटों तले
अभी चंद दिनों पहले ही ख़बर आई थी कि उत्तर प्रदेश का पहले डिटेंशन कैंप ग़ाजियाबाद में बनकर तैयार हो गया है। अब कल ख़बर आई की यूपी की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स यानी यूपीएसएसएफ का गठन किया है जिसके पास बिना वारंट गिरफ़्तार करने और तलाशी लेने का अधिकार होगा।…
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आखिरी वक्त में भी हाथ उठाकर बंधी रही चितरंजन भाई की मुट्ठी!
चितरंजन भाई अपने गांव लौट गए थे। कुछ महीने पहले। ग्राम सुल्तानपुर, तहसील बांसडीह, जिला बलिया, घाघरा का कछार और दियारे के एक कोने में ऊंचाई पर टिका गांव। चितरंजन भाई अपने जीवन का वृत्त पूरा कर रहे थे। सोचने वाली बात है कि अपने जीवन के आखिरी सभा के रूप में चुना पीयूसीएल के…
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स्मृति शेष: ‘जुल्म और दमन के खिलाफ इंसाफ और लोकतंत्र की निर्भीक आवाज थे भाई चितरंजन सिंह’
आदरणीय चितरंजन भाई से अभी 10 अक्टूबर को टॉउनहाल बलिया में बहुत दिनों बाद मुलाकात हुई थी। PUCL के साथियों द्वारा जय प्रकाश जी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का अवसर था। उन्हें बेहद अस्वस्थ देखकर धक्का लगा था। वहां उपस्थित बलिया के तमाम जनपक्षधर नेताओं-कार्यकर्ताओं, गणमान्य नागरिकों ने उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंताकुल भाव…