Saturday, April 27, 2024

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लखनऊ: सोशलिस्ट पार्टी ने की सीवर दुर्घटना में मरे सफाईकर्मियों को शहीद का दर्जा देने की मांग

लखनऊ। 29 मार्च, 2022 को 20 वर्ष के करन व 36 वर्ष के पूरन, दोनों अनुसूचित जाति में आने वाली धानुक बिरादरी के, दिन में साढ़े दस बजे गुलाबनगर, कैम्पबेल रोड स्थित सीवर में घुसे और वहीं फंस गए।...

ख़ास रपट: नियमों की होती अनदेखी और मौत के बढ़ते आंकड़े! जवाबदेही आख़िर किसकी

"अगर सुपरवाइजर नहीं भागता और दूसरे लोगों को मदद के लिए बुला लेता तो आज मेरा भाई करन और पूरन मामा जिंदा होते उन्हें समय पर सीवर टैंक ईलाज मिल गया होता लेकिन उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया...

ढाई लाख मुआवज़ा देने से क्या दिवालिया हो सकती है दिल्ली सरकार?

दलित-आदिवासी शक्ति मंच (दसम) ने गांधी शांति प्रतिष्ठान, दिल्ली में 19 अक्टूबर 2019 को सीवर कर्मचारियों पर सुनवाई आयोजित की। इस जनसुनवाई में सीवर सफाई कर्मचारियों ने अपनी परेशानियों से रूबरू करवाया। 7 मई 2019 को दिल्ली भाग्य विहार, प्रेम नगर (रोहिणी) में...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...