Friday, April 26, 2024

shankar

हमारे समय के क्रांतिकारी योद्धा का नाम है कृपाशंकर 

अपने समय के अन्यायी सत्ता को चुुनौती देने वाले क्रांतिकारी योद्धा हर युग पैदा होते हैं, हर तरह के शोषण-उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष करने वाले हमेशा होते हैं, सबके लिए स्वतंत्रता, समता, न्याय और समृद्धि के समान बंटवारे का...

स्मृति दिवस पर विशेष: उदयशंकर ने भारतीय नृत्य और संगीत को दिया वैश्विक फ़लक

देश में उदयशंकर की पहचान भारतीय नृत्य और संगीत को वैश्विक फ़लक पर स्थापित करने वाले एक अद्भुत कलाकार की है। जिन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी नृत्य के लिए समर्पित कर दी। जब देश परतंत्र था, तब उन्होंने भारतीय शास्त्रीय,...

बस्तर का बहिष्कृत भारत-2: ईसाई आदिवासियों का जीना हुआ दूभर

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर संभाग में आदिवासियों के बीच धार्मिक आस्थाओं के सवाल को लेकर काफी तनाव और आपसी तकरार की स्थिति बनी हुई है। ऐसी एक घटना विगत दिनों होलिका दहन के दिन यानि मार्च...

जन्मदिन पर विशेष: गांधी ने चाही थी गणेश शंकर जैसी मौत

25 मार्च, 1931 को कानपुर में एक अत्यंत दुःखद घटना हुयी थी। एक साम्प्रदायिक उन्माद से भरी भीड़ ने गणेश शंकर विद्यार्थी की हत्या कर दी थी। विद्यार्थी जी हिंदी पत्रकारिता के शलाका पुरुष रहे हैं। वे न केवल...

रविशकंर प्रसाद, हर्षवर्धन, निशंक का इस्तीफा यानि मोदी सरकार ने माना क़ानून, स्वास्थ्य, शिक्षा सब फेल

क़ानून मंत्री रविशकर प्रसाद, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन प्रसाद और शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक का मोदी मंत्रिमंडल से हटाया जाना इस बात का संदेश है कि मोदी राज-2 में देश में क़ानून व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था,...

विद्यार्थी की जयंती पर विशेष: उनके लिए गांधी और भगत सिंह में भेद नहीं था

गणेश शंकर विद्यार्थी का जन्म 26 अक्तूबर, 1890 को अपनी नानी गंगा देवी के घर अतरसुइया इलाहाबाद (प्रयागराज) में हुआ था। उनका नाम उनकी नानी ने पहले ही चुन लिया था जब उन्होंने अपनी पुत्री यानी गणेश शंकर की...

हर बेसहारा मजदूर को दिखता था इलीना में अभिभावक का अक्स

इलीना सेन नहीं रहीं।  इलीना सेन छत्तीसगढ़ में काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता थीं। वे अपने रिसर्च के सिलसिले में छत्तीसगढ़ आई थीं। यह उस समय की बात है जब छत्तीसगढ़ के दल्ली राजहरा इलाके में मजदूरों के बीच शंकर गुहा...

हमने कभी नहीं कहा था कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे। हम ये अभी भी नहीं कह रहे हैं: रविशंकर प्रसाद

धीरज रखें। इस पंक्ति को पढ़ते ही अधीर न हों। यह मेरे लेख के सबसे कम महत्वपूर्ण बातों में से एक है। मगर मंत्री जी प्रभाव को देखते हुए मैंने इसे हेडलाइन में जगह दी है। मैं अपने इस अपराध के...

कारोबार के मामले में कॉरपोरेट को भी मात देते दिख रहे हैं भारत के कई बाबा

हमारे देश का इतिहास रहा है कि समाज में फैली गंदगी को दूर करने तथा भटके लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए जुनूनी लोग समाजसुधारक, सन्यासी, बाबा और आध्यात्मिक गुरु बने। चाहे महर्षि दयानंद हों, ज्योतिबा फुले हों, महावीर स्वामी हों,...

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‎केवल सात सेकेंड की शक्ति से झूठ-सच के अदल-बदल का खेल खत्म हो ‎सकता है! 

अब 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर मजबूत सरकार का मुद्दा बहुत मजबूती से उठाया...