Friday, March 29, 2024

एथेंस कोर्ट ने नव-फासीवादी पार्टी गोल्डन डॉन को घोषित किया आपराधिक संगठन

कल बुधवार को एथेंस कोर्ट ने एक हाई-प्रोफाइल राजनीतिक मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया। एथेंस कोर्ट ने नव-फासीवादी पार्टी गोल्डन डॉन को आपराधिक संगठन चलाने का दोषी पाया है। आर्थिक संकट के समय नवफासीवादी पार्टी द्वारा प्रवासी लोगों और वाम विचारधारा के आलोचकों को व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाया गया। 

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जिस समय कोर्ट का फैसला आया उस वक्त कोर्ट के बाहर फैसले के इंतज़ार में खड़े हजारों की संख्या में ग्रीक नागरिक ‘वे निर्दोष नहीं हैं’ ‘नाजियों भागो’ और ‘हत्यारों को आजीवन कारावास की सजा दो’ जैसे नारे लगा रहे थे। इसके अलावा “Pavlos lives, crush the Nazis,” और “No acquittal for the Nazis” के नारे लगाए और इटली के प्रतिरोध गीत ‘Bella Ciao’ गाया।

तीन जजों की क्रिमिनल कोर्ट ने पार्टी को तमाम हमलों से जुड़ा हुआ पाया। साल 2013 में लेफ्ट विंग रैपर Pavlos Fyssas की बर्बरतापूर्ण हत्या में भी पार्टी की संलिप्तता पाई गई और Pavlos Fyssas की हत्या करने वाले पार्टी सदस्यों  Giorgos Roupakias को हत्या का दोषी पाया गया। वहीं गोल्डन डॉन के पांच पार्टी सदस्यों को साल 2012 में तीन मछुआरों पर हमले और हत्या करने का कुसूरवार ठहराया गया, जबकि पार्टी के चार सदस्यों को साल 2013 में ग्रीस कम्युनिस्ट पार्टी ट्रेड यूनियन के सदस्यों पर हमला करके गंभीर रूप से जख़्मी करने का दोषी पाया गया।

कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया
अपने एक प्रेस संदेश में ग्रीस की राष्ट्रपति कटरीना सकेलारोपाउलू (Katerina Sakellaropoulou) ने कहा, “ आज का दिन लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। आज का फैसला उस तथ्य का पुष्टिकरण है कि लोकतंत्र और इसके संगठन इनको नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी हमले से अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं।”

दिवंगत लेफ्ट विंग रैपर पाल्वोस फाइसस की मां मगड़ा फाइसस (Magda Fyssas) फैसले का पूरा क्रेडिट एसोसिएटेड प्रेस के पेट्रोस गियानाकोरिस (Petros Giannakouris) को देती हैं, जिन्होंने हत्या के समय पूरे मामले को कवर किया था। वहीं प्रधानमंत्री Kyriakos Mitsotakis ने फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस फैसले ने देश के सार्वजनिक जीवन के एक दर्दनाक चक्र का अंत कर दिया है।

नव फासीवादी गोल्डन डॉन का इतिहास
साल 1980 में एक पूर्व ग्रीस आर्मी कमांडो ने इसका गठन किया था। साल 2012 में जब देश आर्थिक संकट से गुजर रहा था। प्रवासियों के बढ़ते आगमन के खिलाफ़ सार्वजनिक असंतोष को भड़का कर गोल्डन डॉन पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने में सफल रही थी। साल 2012 से 2019 के दरमियान गोल्डन डॉन खुद को राष्ट्रवादी और सिस्टम के खिलाफ़ लड़ने वाली पार्टी बताकर जन समर्थन हासिल करती रही। इस दरमियान गोल्डन डॉन ने संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप की नव-फासीवादी पार्टियों से संपर्क बनाए रखा। साल 2019 में बैलेट बॉक्स से चुनाव होने पर नवफासीवादी पार्टी गोल्डन डॉन पार्लियामेंट का प्रतिनिधित्व हासिल करने में नाकाम रही थी।

फैसले के पहले गोल्डन डॉन की प्रतिक्रिया
गोल्डन डॉन ने फैसले से पहले अपना एक स्टेटमेंट जारी करते हुए किसी भी हत्या और हत्या के प्रयास में पार्टी की प्रत्यक्ष संलिप्तता से इंकार करते हुए कोर्ट के फैसले को राजनीति प्रेरित और षड़यंत्र बताया है। बयान में कहा गया है, “सारे समर्थक कल आने वाले कोर्ट के फैसले में दोषमुक्त की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ये एक ऐसा फैसला होगा, जिसके चलते हम ज़्यादा मुखर राष्ट्रवादी कैंपेन चलाकर अपने देश को रिक्लेम करेंगे।”

फैसले के बाद उपद्रव
व्यवस्था की लिहाज से उस वक़्त सड़कों पर दो हजार पुलिसकर्मी, ड्रोन और हेलिकॉप्टर इलाके की पेट्रोलिंग कर रहे थे। ग्रीक पुलिस के मुताबिक कोर्ट के फैसले के बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस में हाथापाई के बाद दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।

20 हजार लोगों की भीड़ में से 600 लोगों का एक समूह निकला और उसने करीब 150 फायर बम और पत्थर पुलिस पर फेंके। पुलिस स्टेटमेंट के मुताबिक करीब 10 पुलिस वाहनों को तोड़ डाला गया। प्रदर्शनकारी कोर्ट की इमारत तक पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस और वॉटर कैनन का उपयोग करना पड़ा।

मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी की प्रतिक्रिया
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “नव-फासीवादी पार्टी को दोषी ठहराए जाने से हेट क्राइम को हतोत्साहित करने के प्रयासों में मदद मिलेगी।” वहीं एमनेस्टी योरोप के निदेशक निल्स मुज़नीक्स (Nils Muiznieks) ने कहा, “एक आक्रामक प्रवासी विरोधी और मानव-विरोधी दक्षिणपंथी पार्टी के खिलाफ आए इस फैसले का प्रभाव ग्रीस के बाहर यूरो और तमाम दूसरे देशों में महसूस किया जाएगा।”

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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