Saturday, April 20, 2024

दृष्टिहीन छात्रों से मिले बसपा महासचिव ने कहा- आपकी मांगें जायज

वाराणसी। पिछले ग्यारह दिनों से बंद कर दिए गए स्कूल को खोले जाने की मांग को लेकर सड़क पर धरना दे रहे हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय के छात्रों के बीच मंगलवार को राज्य सभा सांसद और बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा पहुंचे। छात्रों ने उनसे अपनी बातें कहीं और कहा कि हमें हमारा स्कूल चाहिए। छात्रों से बातचीत के बाद सतीश मिश्रा ने कहा कि आपकी मांगें जायज हैं मैं आपकी बातों को आगे लेकर जाऊंगा। जानकारी के लिए बताते चलें कि सतीश मिश्रा स्वयं दृष्टिहीन छात्रों के शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं।

गौरतलब हो कि शहर में सत्ता पक्ष से जुड़े तीन मंत्री होने के बावजूद किसी ने भी छात्रों से बातचीत करने की पहल नहीं की जिसे लेकर छात्रों में नाराजगी है। इससे पहले अनिश्चितकालीन धरना दे रहे दृष्टिहीन छात्रों ने जश्ने आजादी पर तिरंगे को सलाम करते हुए पढ़ाई के लिए लड़ाई को जारी रखने की शपथ ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर धरना स्थल पर ही झंडा फहराते हुए छात्रों ने कहा कि हमसे शिक्षा छीन ली गई है। हमारी लड़ाई पढ़ाई के लिए है हमें हमारा स्कूल देना होगा। स्कूल के छात्र विकास ने कहा कि हम खुद को तब आजाद समझेंगे जब बेफिक्र होकर शिक्षा हासिल कर सकेंगे।

आज हमसे शिक्षा का अधिकार छीन लिया गया है और हमारे पास इसके लिए लड़ने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। धरना स्थल पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में पहुंची शक्ति वाहिनी की संस्थापक व पूर्व राज्यमंत्री रिबू श्रीवास्तव ने कहा कि धरने पर बैठे छात्रों से शासन-प्रशासन को अविलंब बात करनी चाहिए और छात्रों को उनका स्कूल मिलना चाहिए। सूत्रों के अनुसार 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर कैंट के भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने धरना स्थल पर जाकर छात्रों से जिला प्रशासन, विद्यालय प्रबंध समिति और छात्रों के बीच वार्ता करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन इस बार हुआ कुछ नहीं।

फिलहाल दृष्टिहीन छात्रों का धरना जारी है इस मांग के साथ शिक्षा हमको देनी होगी।

     (वाराणसी से भास्कर गुहा नियोगी की रिपोर्ट।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।