Saturday, April 20, 2024

समस्तीपुर: मॉब लिंचिंग की पीड़िता को डिटेन कर लोक प्रशासन ने घोंटा लोकतंत्र का गला: धीरेंद्र झा

दरभंगा। समस्तीपुर के आधारपुर मॉब लिंचिंग की न्यायिक जांच कराने, मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़तों को न्याय व सुरक्षा दिलाने की मांग को लेकर आज ऐपवा और इंसाफ मंच के संयुक्त बैनर तले दरभंगा पुलिस महानिरीक्षक के समक्ष एक दिवसीय सत्याग्रह के तहत मुँह पर काला पट्टी बांधकर विरोध व्यक्त किया गया।

इस दौरान सत्याग्रह का नेतृत्व भाकपा माले के मिथिलांचल प्रभारी व पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, दरभंगा ऐपवा जिला सचिव सनीचरी देवी, अध्यक्ष साधना सिंह, समस्तीपुर ऐपवा की जिला अध्यक्ष वंदना सिंह, समस्तीपुर इंसाफ मंच के जिला सचिव खुर्शीद खैर कर रहे थे।

सत्याग्रह के दौरान इंसाफ मंच और ऐपवा के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जमकर नीतीश कुमार व दरभंगा आईजी के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी कर बाघी आधारपुर के मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़ितों को न्याय देने की मांग कर रहे थे।

एक दिवसीय सत्याग्रह का संचालन दरभंगा भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य देवेंद्र कुमार ने किया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के मिथिलांचल प्रभारी व पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि वर्तमान समय में जदयू-भाजपा के राज्य में न्याय की गुहार लगाने का भी अधिकार नहीं है, आज दरभंगा आईजी के सामने बाघी आधारपुर  मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए दरभंगा आ रही थी, आने के क्रम में पूसा में समस्तीपुर पुलिस के द्वारा उनको डिटेन कर दरभंगा जाने से रोक दिया।

यह एक सिरे से लोकतंत्र पर हमला है। नीतीश कुमार की पुलिस कितना भी लोकतांत्रिक आंदोलनों पर हमला कर ले।न्याय और इंसाफ की लड़ाई रुकने वाला नहीं है।

यह कैसी सरकार है भीड़ हिंसा करने वालों को गिरफ्तार करने के बजाए, भीड़ हिंसा की शिकार पीड़तों को डिटेन कर रही है। इंसाफ की मांग कर रही पीड़ितों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह दर्शाता है की जदयू-भाजपा की सरकार किसके साथ खड़ी है।

आधारपुर में हुए मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़ितों के इंसाफ के लिए भाकपा माले का सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष जारी रहेगा।

इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने कहा कि वर्तमान समय में सुशासन बाबू की सरकार में लगता है कि इंसाफ की गुहार लगाना भी अपराध हो गया है। नीतीश कुमार की पुलिस की नाक के नीचे उनकी मौजूदगी में बाघी आधारपुर की घटना को अंजाम दिया गया। एक शिक्षिका को खुलेआम अर्धनग्न कर सड़क पर घुमाया जाता है और बर्बर पिटाई कर मार देने की घटना ने पूरे मिथिला को शर्मसार कर दिया है।

आज हम लोगों ने आईजी के समक्ष सत्याग्रह कर न्याय की मांग किया है। हमारी लड़ाई मॉब लिंचिंग के शिकार पीड़तों को इंसाफ दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा।

आज दरभंगा आईजी के द्वारा आश्वासन दिया गया है की सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए समस्तीपुर एसपी को आदेश दिया गया है।

समस्तीपुर ऐपवा जिला अध्यक्ष वंदना सिंह ने कहा कि वर्तमान में जदयू-भाजपा की सरकार खूब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण का राग अलापती है, जबकि सच्चाई में देखें तो यह सब ढकोसला है। समस्तीपुर बाघी आधारपुर मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़िता जब न्याय की गुहार लगाने दरभंगा आईजी के समक्ष आना चाहती थी उसे डिटेन कर आने से रोक देना। सत्ता प्रशासन और सरकार के असली चेहरे को उजागर करता है।

न्याय और इंसाफ की लड़ाई को लाख सत्ता प्रशासन दबाने की कोशिश कर ले लेकिन ऐपवा महिलाओं पर बढ़ते यौन उत्पीड़न और मॉब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ आवाज़ बुलंद करती रहेगी।

प्रदर्शन के बाद सत्याग्रह के दौरान इंसाफ मंच और ऐपवा का पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल दरभंगा आईजी के वार्ता करने गया। जिसमें इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, दरभंगा इंसाफ मंच के जिला सचिव मकसूद आलम उर्फ पप्पू खान, अध्यक्ष सैयद अकबर रज़ा, समस्तीपुर इंसाफ मंच के जिला सचिव खुर्शीद खैर, दरभंगा ऐपवा की जिला सचिव सनीचरी देवी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने अपनी सभी मांगों पर आईजी से गंभीरता पूर्वक वार्ता की।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।