Thursday, April 18, 2024

जींद में किसानों ने खोदा दुष्यंत का हेलीपैड, खट्टर को काला झंडा दिखाने वालों पर हत्या के प्रयास का केस

आज हरियाणा में जींद जिले के उचाना में किसानों ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के उतरने के लिए बनाये गये हेलीपैड को फावड़े से खोद डाला और ‘दुष्यंत चौटाला गो बैक’ के नारे लगाए। जिसके चलते दुष्यंत चौटाला का दौरा रद्द कर दिया गया। वहीं जींद के आंदोलित किसानों का कहना है कि जब तक दुष्यंत चौटाला किसानों का समर्थन नहीं करते तब तक उन्हें इस क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे। किसानों ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला इस्तीफा देकर किसानों के बीच में आएं। यहां जो भी नेता आएगा उसका इसी तरह विरोध किया जायगा।

बता दें कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अपने किसी परिचित के एक निजी शादी समारोह में जींद आना था, और उनके हेलीकॉप्टर को उतरने के लिए हेलीपैड बनाया गया था। लेकिन उनके आगमन से कुछ ही घंटे पहले किसानों ने हेलीपैड को खोदकर तहस-नहस कर दिया। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

2019 के विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला ने अपने ही नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) से जींद के उचाना से चुनाव लड़ा था। उन्‍होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता को 47452 वोटों से हराया था।

गौरतलब है कि बीते दिनों हरियाणा के जींद में ही 40 खापों की महापंचायत में जजपा और निर्दलीय विधायकों पर भाजपा से समर्थन वापसी के लिए दबाव बनाने का फैसला किया गया था।

मुख्यमंत्री खट्टर को काले झंडे दिखाने वाले 13 किसानों पर हत्या के प्रयास, दंगे का एफआईआर

कल मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उस वक्त काले झंडे दिखाए थे, जब उनका काफिला अंबाला शहर के अग्रसेन चौक से गुजर रहा था। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। खट्टर आगामी निकाय चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने के लिए शहर में आए थे। लेकिन किसानों के विरोध के बाद उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ा था।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काफिले को रोकने, काले झंडे दिखाने के मामले में हरियाणा पुलिस ने 13 किसानों के खिलाफ हत्या और दंगे के प्रयास का मामला दर्ज़ किया है। 

किसानों के खिलाफ अंबाला में ही मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा पुलिस ने आज बुधवार को कहा कि कुछ किसानों ने मुख्यमंत्री के काफिले की ओर बढ़ने की कोशिश की और कुछ समय के लिए रास्ता अवरुद्ध कर दिया था। पुलिस के मुताबिक उनमें से कुछ प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों पर लाठियां भी बरसाईं थी।

 11 विपक्षी दलों ने साझा बयान जारी कर संसद सत्र बुलाने की मांग की

कांग्रेस सहित 11 दलों के नेताओं ने आज गुरुवार को किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर बहस के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सासंद राहुल गांधी के अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, डीएमके नेता टीआर बालू, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सहित 11 दलों के नेताओं ने किसान कानून पर तत्काल संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग करते हुए साझा बयान जारी किया। विपक्षी दलों के नेताओं के अनुसार आने वाले दिनों में वे इस मांग को और तेज करेंगे। मालूम हो कि सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण संसद के शीतकालीन सत्र को टाल दिया। 

वहीं आज दोपहर संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से एक वेबिनार आयोजित किया गया। 4 बजे तक चले इस वेबिनार में बड़ी संख्या में किसान जूम एप के लिंक के जरिए शामिल हो कर किसान नेताओं से सवाल पूछने की सहूलियत और सलाहियत दी गई।

कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टरों से विधानसभा जाएंगे कांग्रेस विधायक

मध्यप्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार 28 दिसंबर से शुरु हो रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के सदस्य महंगाई एवं तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को ट्रैक्टरों में बैठकर विधानसभा पहुंचेंगे। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने मीडिया को बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने पार्टी के सभी 95 विधायकों से 28 दिसंबर की सुबह पार्टी के भोपाल स्थित मुख्यालय पहुंचने को कहा है। 

उन्होंने आगे बताया कि सभी विधायक केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों एवं महंगाई के विरोध में ट्रैक्टरों में बैठकर विधानसभा सत्र में भाग लेने जाएंगे।

 आंदोलनकारी किसानों के लिए टिकरी बॉर्डर पर खुला मॉल

सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन आज 29वें दिन प्रवेश कर गया है। इस बीच आंदोलन रत किसानों की दिक्कतों को दूर करने की जिम्मेदारी उठाते हुए खालसा ऐड ने टिकरी बॉर्डर पर किसान मॉल खोला है। बता दें कि इस किसान मॉल में किसान से लेकर महिलाओं तक के सभी ज़रुरत के सभी सामान मिलते हैं। किसानों को सुई धागे से लेकर कम्बल और रजाई तक का सारा सामान यहां दिया जाता है। यहां उपलब्ध सभी सामान मुफ्त में मुहैया कराये जाते हैं।

इस मॉल के बाबत खालसा एड के गुरचरण ने मीडिया को बताया है कि –“दरअसल यह सारी व्यवस्था किसानों के ज़रुरत को देखते हुए तैयार किया गया है। ताकि एक ही जगह उन्हें सभी सामान मिल सकें। इसके लिये कहीं भटकना नहीं पड़े।  इस किसान मॉल में थर्मल्स, मफलर, साबुन, तेल, देसी गीजर, वाशिंग मशीन आदि सभी मुफ्त में मुहैया करवाया जाता है।”

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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