10 साल के बच्चों के 2 मिनट के व्यंग्य वीडियो से ख़ौफ़ज़दा मोदी सरकार

क्या 10 साल के दो बच्चों के महज 2 मिनट के वीडियो से भी कोई सरकार डर सकती है। नरेंद्र मोदी सरकार बच्चों के व्यंग्य वीडियो से नाराज़ और डरी हुई है तभी तो भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड को नोटिस भेजा है। नोटिस में 15 जनवरी को ‘जी तमिल’ चैनल पर एक रियलिटी शो के प्रसारण के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है।

तमिलनाडु भाजपा आईटी और सोशल मीडिया विंग अध्यक्ष सीटीआर निर्मल कुमार की शिक़ायत पर कार्रवाई करते हुए मंत्रालय ने मीडिया हाउस से सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। शो के कॉन्टेंट को हिंदी के साथ अन्य भाषाओं में ट्रांसलेट किया गया था।

वहीं तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भी ट्वीट करके कहा था कि केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन ने उनसे एक रियल्टी शो के बारे में पूछा था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी का मजाक उड़ाया गया था, उन्होंने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।

साइबर मुखिया ने लिखा शिक़ायत पत्र

तमिलनाडु बीजेपी साइबर सेल मुखिया निर्मल कुमार ने मंत्रालय को भेजे अपने शिक़ायत पत्र में कहा था कि “विमुद्रीकरण, विभिन्न देशों की उनकी राजनयिक यात्रा, पीएम की पोशाक और विनिवेश के बारे में तीखी टिप्पणी की गई। दस साल से कम उम्र के बच्चे के लिए यह समझना भी नामुमकिन होता है कि इनका असल में क्या मतलब होता है। लेकिन, कॉमेडी के नाम पर इन विषयों को बच्चों में जबरदस्ती थोप दिया गया।

पत्र में आगे कहा गया है कि यह स्पष्ट है कि चैनल ने इस ज़बरदस्त गलत सूचना को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किया और वह भी छोटे बच्चों के माध्यम से। अपने साथी प्रतिभागियों को पछाड़ने के प्रयास में, ये बच्चे वही करते हैं जो उन्हें बताया जाता है। जो बोला जा रहा था वह उनकी समझ से परे है और इन नाबालिगों और चैनल के अभिभावकों को इस कृत्य के लिए कानूनी और नैतिक रूप से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

क्या है वीडियो में

गौरतलब है कि ज़ी तमिल के ‘जूनियर सुपर स्टार्स सीज़न 4’ में 15 जनवरी को प्रसारित हुए कार्यक्रम में दो बाल प्रतियोगियों ने केंद्र सरकार के विफल विमुद्रीकरण प्रयास, विनिवेश और मोदी के सार्टोरियल फिजूलखर्ची का परोक्ष संदर्भ देकर प्रधान मंत्री की नीतियों पर तंज किया था।

इस शो में दो बच्चों ने कथित तौर पर नोटबंदी पर व्यंग्य किया था। इसके साथ ही ये बच्चे कथित तौर पीएम मोदी की नित नये बदलते और महंगे पोशाक का मजाक उड़ाया था।

जी तमिल के रियलिटी शो में 14 साल से कम उम्र के दो प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री पर कथित व्यंग्य के लिए तमिल फिल्म ‘इम्साई अरासन 23 एम पुलिकेसी’ की थीम को अपनाया था।

निर्मल कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है कि कार्यक्रम के दौरान, बच्चे जानबूझकर पीएम मोदी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शो में नोटबंदी, पीएम की विभिन्न देशों की राजनयिक यात्राओं और पीएम की पोशाक के बारे में तीखी टिप्पणी की गई।

भाजपा ने आरोप लगाया है कि फर्जी राजा की भूमिका के माध्यम से 2016 की नोटबंदी की कवायद का हवाला देकर शो ने प्रधानमंत्री का ‘मजाक’ बनाया।

जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज के मुख्य क्लस्टर अधिकारी को लिखे गए पत्र में भाजपा की प्रदेश इकाई के आईटी और सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष सीटीआर निर्मल कुमार ने कहा, ‘15 जनवरी को प्रसारित चैनल के कार्यक्रम ‘जूनियर सुपर स्टार्स सीजन 4’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के पहनावे, विभिन्न देशों की उनकी यात्राओं, विनिवेश और नोटबंदी को लेकर कई तरह की तल्ख टिप्पणियां की गई थीं।

तमिलनाडु भाजपा सायबर मुखिया निर्मल कुमार ने जी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मुख्य क्लस्टर अधिकारी सिजू प्रभाकरन को लिखे अपने पत्र में कहा कि लगभग दस वर्ष की आयु के बच्चों को “जानबूझकर” प्रधान मंत्री के ख़िलाफ़ ये टिप्पणी करने के लिए कहा गया था।

उन्होंने जजों एंकर और मेंटर की भूमिका का उल्लेख करते हुए पत्र में कहा कि – “इस कार्यक्रम के दौरान जज, एंकर और मेंटर बिना किसी हिचकिचाहट के उसी (उपर्युक्त विषयों) को प्रोत्साहित करते नजर आए। इससे तमिलनाडु में चैनल के बारे में गलत संदेश गया है। चैनल ने बच्चों के जरिये पहुंचाई जा रही इस गलत सूचना पर अंकुश लगाने का कोई प्रयास नहीं किया। जो कुछ भी कार्यक्रम में कहा जा रहा था, वह उनकी समझ से परे है और इन बच्चों के अभिभावकों और चैनल को कानूनी तथा नैतिक रूप से इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के चीफ क्लस्टर ऑफिसर सिजू प्रभाकरन ने कहा है कि उनकी कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन टीम इस मुद्दे को देख रही है।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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