Saturday, April 20, 2024

तेलंगानाः कोरोना वैक्सीन लेने के 18 घंटे बाद स्वास्थ्यकर्मी की मौत

तेलंगाना के निर्मल जिले में कोविड-19 वैक्सीन लेने के 18 घंटे बाद एक एंबुलेंस ड्राइवर की मौत हो गई। विट्ठल राव नामक 42 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी को कुंटाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार 19 जनवरी की सुबह कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया गया था। अभी यह साफ नहीं हो सका है कि उन्हें कोविशील्ड या कोवैक्सीन में से कौन सा टीका दिया गया था।

बता दें कि 42 वर्षीय विट्ठल राव 108 एंबुलेंस के ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे। वैक्सीन लगवाने के बाद उसी रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, और उन्हें निर्मल एरिया अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई।

इंडियन एक्सप्रेस अख़बार के मुताबिक अभी डॉक्टरों की तरफ से यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि एंबुलेंस ड्राइवर विट्ठल राव की मौत वैक्सीन के कारण हुई या फिर किसी दूसरे कारण से। इससे पहले 17 जनवरी को उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में जिला अस्पताल में वार्डब्वॉय के पद पर तैनात 48 वर्षीय महिपाल की मौत हो गई थी। महिपाल को 16 जनवरी को कोविड टीकाकरण अभियान के तहत कोविड वैक्सीन का टीका लगाया गया था।

इससे पहले भी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोवैक्सीन का ट्रायल टीका लगवाने वाले एक 47 वर्षीय वॉलंटियर दीपक मरावी की मौत हो गई थी। दीपक मरावी ने 12 दिसंबर को कोवैक्सीन का ट्रायल टीका लगवाया था, और 9 दिन के बाद 21 दिसंबर को उनकी मौत हो गई।

गौरतलब है कि 16 जनवरी को सुबह 11.30 बजे तेलंगाना समेत देश भर में पहले चरण के अंतर्गत स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हुआ है। तब से अब तक हजारों लोगों को कोरोना वैक्सीन के टीके लगाए जा चुके हैं, लेकिन उनमें से सैंकड़ों लोगों की तबिअत बिगड़ने जैसी शिकायतें मिलती आ रही हैं। कई लोगों को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा है।

16 जनवरी को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बीसी रॉय अस्पताल की नर्स ने टीका लगाने के बाद चेतना खो दी थी, उन्हें फौरन बीसी रॉय अस्पताल से एनआरएस हॉस्पिटल अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती कराया गया। दो दिन पहले यानी 17 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कोरोना टीकाकरण के बाद अब तक कुल 447 लोगों में प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है। इनमें से तीन लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

वहीं इससे पहले दिल्ली में 52 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगने के बाद दिक्कत होने की खबर आई थी। इनमें से कुछ को एलर्जी की शिकायत हुई तो कुछ को घबराहट हुई। इनमें से एक वर्कर को AEFI सेंटर भेजने की नौबत आई थी। मंत्रालय के मुताबिक देश भर में पिछले चार दिनों के टीकाकरण अभियान में कुल 6.31 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जा चुके हैं। टीका लगाए जाने के बाद कुछ लोगों पर हल्के प्रतिकूल प्रभाव नजर आए थे, जिनमें मितली, सिर में दर्द, टीके लगाने वाली जगह पर दर्द और सूजन शामिल है।

इनमें से सिर्फ नौ लोगों को गंभीर दुष्प्रभाव की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इनमें से चार लोग दिल्ली के हैं, जिनमें से तीन लाभार्थियों को अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।

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