(सोशलिस्ट पार्टी के संदीप पांडेय समेत कई नेताओं और पत्रकारों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर एक बेहद अलहदा किस्म का सुझाव दिया है। पत्र में उन्होंने विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों को रोक कर सीधे पाकिस्तान से वार्ता करने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रतिनिधिमंडल के ऊपर होने वाले खर्चे को गाजा में बच्चों और महिलाओं समेत दूसरे जरूरतमंदों को जरूरी खाद्य सामग्री मुहैया कराने में लगा दिया जाना चाहिए। पढ़िए उनका पूरा पत्र- संपादक)
श्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री, भारत
माननीय मोदी जी,
इस खुले पत्र के माध्यम से सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) यह सुझाव देना चाहती है कि सरकार दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति से अवगत कराने के लिए दुनिया भर के देशों में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों के सात प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना को अमल में न लाए। इसके बदले विश्वास बहाली उपायों के साथ बातचीत के माध्यम से शांति प्रक्रिया शुरू करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान भेजना इससे सस्ता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से बेहतर होगा। हमारा दृढ़ विश्वास है कि पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंधों से ही आतंकवाद की समस्या का भी खात्मा और साथ ही कश्मीर मुद्दे का समाधान हो सकता है।
हमारा सुझाव है कि इन प्रतिनिधिमंडलों को वैश्विक दौरे पर न भेजने से बचने वाले करोड़ों रुपए का इस्तेमाल फिलिस्तीन के पीड़ित लोगों को मानवीय सहायता देने में किया जाए। भारत फिलिस्तीन को सहायता प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। भारत को विश्व नेताओं का आह्वान करना चाहिए कि वे गाजा में, इजरायल के सहयोग से या उसके बिना भी, राहत और पुनर्वास कार्य के लिए एकजुट हों।
इजरायल को भी भूखे फिलिस्तीनी बच्चों की मदद करने के लिए राजी किया जाना चाहिए, लेकिन अगर वह इसके लिए तैयार नहीं होता है तो भारत के आह्वान पर ध्यान देने वाले देशों को सहायता सामग्री के पैकेट गिराने, जब तक इसकी ज़रूरत हो, के अभियान में अपने सैन्य जेट का भी उपयोग करने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए। अगर कोई अन्य देश इस आह्वान पर ध्यान नहीं देता है, तो भारत को रवींद्रनाथ टैगोर के दिए हुए मंत्र ‘एकला चलो रे’ की तर्ज़ पर अकेले ही ऐसे मिशन की योजना बनानी चाहिए।
अगर इस ऑपरेशन के खिलाफ इजरायल हमला करता है, तो उस स्थिति में बाकी दुनिया का उसके खिलाफ कार्रवाई न करना मुश्किल होगा। इस ऑपरेशन के लिए नैतिक शक्ति की आवश्यकता होती है, और इस तरह के ऑपरेशन के लिए सशस्त्र बलों के भीतर स्वयंसेवकों के लिए आह्वान, निश्चित रूप से, समायोजित किए जाने से भी अधिक समर्थन प्राप्त करेगा। ऐसे समय में, राजनीतिक नेताओं को स्वार्थ से ऊपर उठना चाहिए और त्याग का आदर्श पेश करना चाहिए। हम आपसे फिलिस्तीन की सहायता के लिए भारत – और दुनिया – का नेतृत्व करने का आह्वान करते हैं।
धन्यवाद,
सादर,
संदीप पांडे, महासचिव, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया), फोन: 0522 3564437, ई-मेल: [email protected]
शाहिद सलीम, सदस्य, राष्ट्रीय समिति, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया), मोबाइल नंबर: 9622002001, ई-मेल: [email protected]
बसंत हेतमसरिया, प्रवक्ता, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया), मोबाइल नंबर: 9934443337, ई-मेल: [email protected]
रोसम्मा थॉमस, स्वतंत्र पत्रकार, ई-मेल: [email protected]