जाति-वर्ग का द्वैध यथार्थ: भारतीय समाज की क्रांतिकारी गुत्थी

जब कोई सामाजिक व्यवस्था केवल संसाधनों पर नहीं, बल्कि श्रम, शरीर, सोच और आत्म-संवेदना पर अपना वर्चस्व स्थापित कर लेती…

9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल के लिए ट्रेड यूनियनों को मिला किसानों समेत तमाम संगठनों का समर्थन

नई दिल्ली। कल यानि 9 जुलाई को ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल है। जिसमें देश के तमाम किसान संगठन भी…

चुनाव आयोग ने भारतीय लोकतंत्र का मजाक बनाकर रख दिया

पिछले तीन दिनों से बिहार में बीएलओ घर-घर जाकर आम लोगों से गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) फॉर्म के साथ…

दस्तावेजों को जमा करने के मामले में चुनाव आयोग ने बिहार के लोगों को दी कुछ छूट

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बिहार में जारी मतदाता सूची से संबंधित विशेष गहन पुर्नसमीक्षा अभियान में कुछ बदलाव किया…

नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर हमले के बावजूद विपक्ष किस हदबंदी का शिकार है?

बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग के माध्यम से फासिस्ट ताकतों ने मतदाता गहन पुनरीक्षण का दांव चलकर…

डिजिटल जेल में कैद लोकतंत्र : हमारी ख़ामोशी पर भी सरकार का पहरा

हर युग की सत्ता अपने समय की सबसे ताकतवर तकनीक को हथियार बनाकर जनता पर शासन करती है। पहले यह…

बिहार चुनाव देश में लोकतंत्र का भविष्य तय करेगा

बिहार चुनाव में चंद महीने बचे हैं। इस बीच वहां एक अभूतपूर्व सियासी बवंडर उठ खड़ा हुआ है। विपक्ष के…

पढ़ लिख बबुआ कलमिये में जान बा …..

जब हम लोग छोटे थे तो एक कहावत कही जाती थी। “पढ़ोगे, लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे, कूदोगे होगे खराब।“ यानी…

चुनाव आयोग के स्पष्ट जनविरोधी रुख के बावजूद विपक्ष बिहार की लोकप्रिय आवाज बन पाने में नाकाम 

तीन दिन पहले दिल्ली में विपक्ष के 11 दलों के 18 प्रतिनिधि चुनाव आयोग से मिले। लेकिन जो बातें उन्हें…

बोले तो अपने मन की बात ही बोले होसबोले !

जिन्हें ढंग की बात करने से कन्नी काटनी होती है वे मन की बात से भटकाने और बहलाने की पतली…