Saturday, April 20, 2024

जब छात्रा ने पूछा पुलिस से सवाल- अगर मेरा भी एक्सीडेंट करा दिया गया तो?

नई दिल्ली। अगर मेरा भी एक्सीडेंट करवा दिया तो? यह दिल दहला देने वाला सवाल एक छात्रा ने पूछा है। घटना यूपी के बाराबंकी के एक स्कूल की है जहां स्थानीय पुलिस महकमे द्वारा बालिका सुरक्षा जागरूकता सप्ताह के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

अभी मंच पर पुलिस के आला अधिकारी और स्कूल के प्रशासन के लोग बैठे थे तभी सामने बैठी छात्राओं में से एक ने यह पूछ दिया। उसने उन्नाव गैंगरेप मामले का उदाहरण देते हुए पूछा कि आप कह रहे हैं कि किसी भी तरह के संकट की स्थिति में 100 नंबर पर डायल करो और पुलिस आ जाएगी वह देख लेगी। किसी सामान्य व्यक्ति के मामले में तो यह बात ठीक है। लेकिन अगर सामने वाला रसूखदार निकला तब क्या होगा। पुलिस तब कैसे सहायता करेगी। और अगर शिकायत करने के बाद उसने मेरा एक्सीडेंट करवा दिया तो?

यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बाराबंकी के आनंद भवन विद्यालय में आयोजित बालिका सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) आरएस गौतम छात्राओं को सुरक्षा के प्रति सचेत करते हुए टोल फ्री नंबरों की जानकारी दे रहे थे।

छात्रा ने सवाल किया कि “आपके कहने के मुताबिक अगर हमारे साथ कुछ गलत हुआ तो हम टोल फ्री नंबर पर फोन करके पुलिस को जानकारी दें। लेकिन, हम जिसकी शिकायत कर रहे हैं अगर उसे इस बात का पता चल गया और उसने मेरा एक्सीडेंट करा दिया, तो क्या होगा?”


छात्रा ने कहा,”पुलिस मेरी कैसे मदद करेगी? क्या विरोध करने पर मुझे न्याय मिलेगा? क्योंकि उन्नाव में एक लड़की के साथ एक विधायक ने गलत काम किया और अब जब वह उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, तो उसका एक्सीडेंट करा दिया गया। जिससे अब वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।”

हालांकि पुलिस के अधिकारियों ने इसका जवाब जरूर दिया लेकिन वह छात्रा को संतुष्ट नहीं कर सके। उन्होंने फिर वही 100 नंबर डायल करने और पुलिस के पहुंचने की बात दोहरायी।

पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि जब छात्रा पुलिस से सवाल पूछ रही है तो बीच-बीच में दूसरी छात्राएं जमकर तालियां बजा रही हैं। इससे यह जाहिर होता है कि यह सवाल अब सिर्फ उस छात्रा का नहीं रहा बल्कि सूबे की दूसरी महिलाओं और पुरुषों का भी हो गया है। और सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं है।

इस वीडियो को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपने ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने भी बीजेपी से इसका जवाब मांगा है।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

Related Articles

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।