ग्राउंड रिपोर्ट: सीखने की राह में नन्हें कदमों की चुनौतियां

गनीगांव। उत्तराखंड का एक शांत और मनोरम गांव है। बागेश्वर जिला स्थित गरुड़ ब्लॉक अंतर्गत यह गांव शहर से काफी…

ग्राउंड रिपोर्ट : उजियारे की आस में गांव

बीकानेर। हमारे देश में आज भी गांव और शहर के बीच बहुत बड़ा अंतर है। सुख सुविधाओं के मामले में…

ग्राउंड रिपोर्ट : पूर्वांचल में फाल्गुन में ही सिकुड़ गया नदियों का आंचल, डूबने लगी किसानों-मछुआरों की जिंदगी

वाराणसी। भदोही के डीह गांव के 66 वर्षीय साधुराम निषाद, जो वर्षों से गंगा नदी में मछली पकड़कर अपने परिवार…

ग्राउंड रिपोर्ट : यहां कठिनाइयों से गुज़रती है ज़िंदगी

पटना। देश के बड़े शहरों और महानगरों में दो तरह की ज़िंदगी नज़र आती है। एक ओर जहां चमचमाती सड़कें,…

ग्राउंड रिपोर्ट : पहचान के लिए संघर्ष करता गाड़िया लोहार समुदाय

राजस्थान की राजधानी जयपुर के मोती डूंगरी इलाके में बसे गाड़िया लोहार समुदाय का जीवन संघर्षों से भरा हुआ है।…

ग्राउंड रिपोर्ट : पूर्वी यूपी के कटसिल गांव ने आपदा में बुना आत्मनिर्भरता का ताना-बाना, रोज़गार से पलायन पर ब्रेक

चंदौली। जोखिम उठाने का साहस और कड़ी मेहनत के बदौलत असंभव को संभव किया जा सकता है। एक कहावत है…

ग्राउंड रिपोर्ट : महिलाओं के लिए रोज़गार का माध्यम है नया बाजार

अजमेर। राजस्थान का अजमेर पर्यटन और तीर्थ नगरी होने के कारण बहुत लोगों के लिए रोज़गार प्राप्त करने का एक…

महाकुंभ के तमाशे ने उघाड़ी बनारस के बुनकरों की बेबसी-सड़क पर बिछी काशी की शान, डगमगाई साड़ियों की विरासत-ग्राउंड रिपोर्ट

वाराणसी-जिसे बनारस और काशी के नाम से जाना जाता है, हमेशा से अपनी संस्कृति, परंपरा और विरासत के लिए मशहूर रहा…

“हुजूर! टमाटर की खेती ने हमें बर्बाद कर दिया…” खेतों में लहलहाती उम्मीदें, मंडियों में बिखरते किसानों के सपने-ग्राउंड रिपोर्ट

” हुजूर…! मैं एक मामूली किसान हूं। रेहन की ज़मीन लेकर दो बीघा में टमाटर उगाए, दो लाख रुपये खर्च…

ग्राउंड रिपोर्ट : उम्मीद और संघर्ष से जुड़े हैं गांव

जब भी विकास की बात आती है तो अक्सर गांव को इसमें पीछे समझा जाता है। यह कल्पना कर ली…