हिन्दी कविता के भूगोल को विस्तार देती हैं पार्वती तिर्की की कविताएँ

नई दिल्ली। हिन्दी कविता की युवतम पीढ़ी में पार्वती तिर्की का स्वर अलग से पहचाना जा सकता है। उनकी कविताओं…

क्यों पिछड़ गयी हिमाचल की हिंदी कविता?

हिमाचल प्रदेश में लगभग 35 सालों से लगातार छप रही सरकारी हिंदी त्रैमासिक पत्रिका ‘विपाशा’ की साहित्यक हलकों में ठीक-ठाक…