वर्गों में समाज-विभाजन से अस्तित्व में आये ‘सभ्यता’ के इतिहास के हर युग में ‘ज्ञान’ सामाजिक वर्चस्व का एक प्रमुख…
सती-विधवा प्रथा और स्त्री पराधीनता का कट्टर समर्थक है गीता प्रेस
‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता’ से लेकर ’नारी तुम केवल श्रद्धा हो….’ तक भारतीय संस्कृति और साहित्य में ढोल-नगाड़ों…