विकास नारायण राय
ज़रूरी ख़बर
प्रशासन में अविश्वास को बढ़ाने का काम करेगा लव जिहाद कानून
गत वर्ष अगस्त महीने में फरीदाबाद, हरियाणा के डीसीपी विक्रम कपूर ने मातहत इंस्पेक्टर के ब्लैकमेल से तंग आकर सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। पुलिस ने खुंदक में एक स्थानीय अख़बार के संपादक का नाम...
बीच बहस
कानून सवार लव जिहाद बनाम समाज में लव आख्यान
जो वे राजनीति में देखना चाहते हैं, वही कमोबेश कानून व्यवस्था में भी करने वाले हैं। यानी हिन्दू-मुस्लिम! उनका बस चले तो एक समुदाय के अपराधियों पर सामान्य कानून लागू हों जबकि दूसरों पर, उन्हीं अपराधों के लिए, कठोरतम...
बीच बहस
मुंह में राम बगल में नीतीश कुमार
बिहार में कानून-व्यवस्था लचर तो थी ही, आने वाले दिनों में यह दिशाहीन भी होने जा रही है। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में नीतीश कुमार और भाजपा के असहज हो चुके सम्बन्धों को परिभाषित करने वाले एक निर्णायक...
पहला पन्ना
बिहार में रोजगार के रास्ते आएगी कानून-व्यवस्था
बेशक प्रधानमन्त्री मोदी ने बिहार चुनाव प्रचार की गर्मी में लालू यादव-राबड़ी देवी के 15 वर्ष के शासन की याद दिलाते हुए महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार उनके बेटे को जंगलराज का युवराज कहा हो, एक पूर्व पुलिस...
ज़रूरी ख़बर
लैंगिक दादागिरी का चलन और लव जिहाद की राजनीति
किसी भी कानून-व्यवस्था के लिए दु:स्वप्न जैसा ही रहा होगा जब एक कालेज छात्रा अपने सहपाठी द्वारा लैंगिक जुनून में मौत के घाट उतार दी जाए और ऊपर से पुलिस की जांच पर लव जिहाद की नफ़रती राजनीति को...
बीच बहस
पुलिस स्मृति दिवस : सीबीआई से कश्मीर तक पुलिस का राजनीतिक इस्तेमाल
21 अक्तूबर, पुलिस स्मृति दिवस, साहसी रणनीतिक चुनौतियों का ही नहीं, विडम्बनापूर्ण राजनीतिक संकेतों का भी अवसर हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुलिसकर्मी बिना हिचक हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। जबकि एक दिन पहले ही उनकी...
बीच बहस
6 दिसम्बर 1992, यानी न्याय का विध्वंस
सरकारों के मुंह पर पुलिस का खून तो लगा ही हुआ था अब अदालतों का खून भी लग गया है। कहते हैं ब्रिटिश राज ने दुनिया भर में फैले अपने औपनिवेशिक साम्राज्य को चलाने के लिए उतना पुलिस की...
बीच बहस
राजनीतिक पुलिसिंग के चलते सिर के बल खड़ा हो गया है कानून
समाज में यह आशंका आये दिन साक्षात दिख जायेगी कि पुलिस द्वारा कानून का तिरस्कार कहीं नागरिकों द्वारा पुलिस के तिरस्कार में न बदल जाए। लोकतांत्रिक आन्दोलन से एक विभाजक शासन का आमना-सामना होने पर पुलिस के लिए इस...
बीच बहस
विनिवेश: शौरी तो महज मुखौटा थे, मलाई ‘दामाद’ और दूसरों ने खायी
एनडीए प्रथम सरकार के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आरएसएस की निजीकरण की नीति के तहत सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में सरकारी हिस्सेदारी के विनिवेश को अपने शासन का नीतिगत आचरण बना लिया था। उस दौर में मारुति, बाल्को, आईपीसीएल समेत...
ज़रूरी ख़बर
पुलिस महज वीडियो सार्वजनिक कर दे! दिल्ली दंगों का सच आ जाएगा सामने
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सुपरकॉप जूलियो रिबेरो की उस चर्चित चिट्ठी का जवाब दे दिया है, जिसमें फरवरी के साम्प्रदायिक दंगों में राजनीतिक कारणों से पक्षपातपूर्ण इन्वेस्टीगेशन करने पर सवाल उठाये गए थे। इस बीच कई और...
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स्मृति शेष: सत्यजीत राय- वह जीनियस फ़िल्मकार जिसने पहली फिल्म से इतिहास रचा
सत्यजित राय देश के ऐसे फ़िल्मकार हैं, जिनकी पहली ही फ़िल्म से उन्हें एक दुनियावी शिनाख़्त और बेशुमार शोहरत...