न्याय और सत्य की स्वतंत्र भूमिका का इंतज़ार

सुप्रीम कोर्ट का जज दूध पीता बोध-शून्य बच्चा नहीं होता, जिसे अपनी शक्ति का अहसास नहीं होता। राजनीति के बजाय…