Friday, March 29, 2024

Development

स्वास्थ्य सुविधाओं और आर्थिक विकास के बीच है गहरा रिश्ता

हाल की वैश्विक कोरोना त्रासदी में भारत की स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविकता से यह स्पष्ट हो चुका है कि,  देश में स्वास्थ्य-सुविधाओं का ढांचा अत्यधिक कमजोर है। अतः देश के नीति निर्धारकों को देश के भावी विकास और उसमें...

विकास, जो जिंदगी पर पड़ रहा है भारी!

लॉक डाउन ख़त्म होते ही प्रदूषण फिर से अपने मानक को पार करने लगा है। गाजियाबाद के जिस वसुंधरा इलाके में मैं जहां रहता हूं वहां आजकल विकास कार्यों की धूम है। दस किमी का एक फ्लाईओवर बन चुका...

बच्चे पालने के सवाल पर स्त्री और पुरुष के बीच पैदा हुआ पहला श्रम विभाजन

मानव विज्ञान में खुद को लगा देने का उनका संकल्प महज किसी बौद्धिक उत्सुकता का परिणाम नहीं था । इसका गहरा राजनीतिक-सैद्धांतिक मकसद था । गहन ऐतिहासिक ज्ञान के आधार पर वे वास्तविकता के सबसे करीब के उस क्रम...

रामप्रसाद काजले: समाज सेवा ही जिसके जीवन का उद्देश्य बन गया

हरदा जिला मप्र के सम्पन्न जिलों में से एक है जहां नर्मदा के पानी की वजह से खेती उन्नत है और अमूमन लोग दो से तीन फसलें ले लेते हैं, घने जंगलों से आच्छादित यह जिला संयुक्त वन प्रबंधन...

पुण्यतिथि पर विशेष: राजनेता ही नहीं, वैज्ञानिक भी थे पंडित नेहरू

“विज्ञान ही भूख, गरीबी, निरक्षरता, अस्वच्छता, अंधविश्वास और पुरानी दकियानूसी परंपराओं से मुक्ति दिला सकता है।’’ यह महत्वपूर्ण संदेश पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आजादी के दस वर्ष पूर्व दिए एक भाषण के दौरान दिया था। आज जब हम कोरोना के...

रोजगार के मामले में प्रयागराज के बाद मेरठ फिसड्डी

बात चौंकाने वाली है, किन्तु भारत सरकार के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (National Sample Survey Office) की रिपोर्ट बताती है कि बेरोजगारी की दर में मेरठ 8.5% के हिसाब से देश में दूसरे नम्बर पर है। पहला स्थान 8.9% की दर पर प्रयागराज...

बदचलन विकास को रोकने का संदेश दे रही है यह आपदा

उत्तराखंड समेत समूचे हिमालयी क्षेत्र में बरसात के मौसम में तो बादल फटने, ग्लेशियर टूटने, बाढ़ आने, जमीन दरकने और भूकंप के झटकों की वजह से जान-माल की तबाही होती ही रहती है। ऐसी आपदाओं का कहर कभी उत्तराखंड,...

पीएम मोदी का नया गेटअप किसी नई ‘राजनीतिक परियोजना’ का हिस्सा तो नहीं?

नरेंद्र दामोदर दास मोदी। भारत के प्रधानमंत्री। बीजेपी और उनके अंधभक्तों की नजर में मोदी इस देश के सबसे महान, दिव्य, ईमानदार, जनप्रिय, साधक, वैरागी, तपस्वी बलिदानी और अनुशासन के पुजारी हैं। भक्त लोग मानते हैं कि मोदी जैसा...

विकास नहीं, यह मौत का है रास्ता

वह समाज खूबसूरत होता है जो अपनी कमियों को हंसते हुए स्वीकार करे और उसे ठीक करने के लिए कमर कस ले। यह हरेक इंसान के लिए भी जरूरी है। हर आदमी शीशे में अपना चेहरा देखते हुए थोड़ा...

पुस्तक चर्चाः पीएम मोदी के न्यू इंडिया में मंदी

(एक ऐसे दौर में जबकि देश भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है और समाधान के नाम पर सरकार के पास कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। तब आर्थिक विषय पर चर्चा बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। और यह चर्चा अगर...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...