स्मृति दिवस : मक़सदी अदब के कायल थे ख्वाजा अहमद अब्बास

ख़्वाजा अहमद अब्बास को भले ही फ़िल्मकार के तौर पर अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली हो, लेकिन बुनियादी तौर पर वे एक…

रमेश उपाध्याय: अब कोई शोक-गीत नहीं गाएगा

कोरोना जैसी नामुराद बीमारी और स्वास्थ्य सुविधाओं के लुप्त हो जाने के कारण देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ…

जयंतीः गीतकार पंडित नरेन्द्र शर्मा ने ही आकाशवाणी को दिया ‘विविध भारती’

वे हिंदी की आन-बान और शान थे। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था। कवि-गीतकार, लेखक, अनुवादक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रशासक अपने…

पुण्यतिथिः मुंशी प्रेमचंद मानते थे- किसानों को स्वराज की सबसे ज्यादा जरूरत

हिंदी-उर्दू साहित्य में कथाकार मुंशी प्रेमचंद का शुमार, एक ऐसे रचनाकार के तौर पर होता है, जिन्होंने साहित्य की पूरी…

भगत सिंह के प्रिय दार्शनिक-चिंतक और साहित्यकार

अरे! बेकार की नफरत के लिए नहीं,न सम्मान के लिए, न ही अपनी पीठ पर शाबासी के लिएबल्कि लक्ष्य की…

जयंतीः राजेंद्र यादव ने साहित्य में दी अस्मिताओं के वजूद को नई पहचान

हिंदी साहित्य को अनेक साहित्यकारों ने अपने लेखन से समृद्ध किया है, लेकिन उनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो…