Saturday, April 20, 2024

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राजपूतों का देशव्यापी विरोध बीजेपी के लिए बन गया है गले की हड्डी

अहमदाबाद। चुनाव जीतने के लिए भाजपा की व्यूह रचना हर एक स्टेट में अलग होती है जिसमें गुजरात हमेशा से प्रयोगशाला बना हुआ है। गुजरात में जो स्ट्रैट्जी काम कर जाती है उसे दूसरे स्टेट में भी भाजपा द्वारा...

तेलंगाना में कांग्रेस के पक्ष में अल्पसंख्यकों के झुकाव से बीआरएस में मची खलबली

नई दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारियों को देखकर सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में खलबली है। आगामी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अल्पसंख्यकों, दलितों, युवाओं और महिलाओं पर फोकस कर रही है। कांग्रेस की तेलंगाना...

RSS की सांप्रदायिक राजनीति के मूल सूत्रधार कार्पोरेट और सवर्ण हैं

संघ परिवार (आरएसएस और सहमना संगठन जिनमें सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी भी शामिल है) की राजनीति की पहचान के लिए अभी भी संभवतः सांप्रदायिकता ही सबसे उपयुक्त शब्द है। आज के दौर में सांप्रदायिकता अपने उग्र और अक्सर हिंसक...

कांग्रेस की आक्रामक रणनीति और मजबूत होमवर्क से भाजपा आरएसएस बैकफुट पर

भाजपा के मोदी-शाह युग यानि पिछले 7-8 सालों में कांग्रेस पार्टी को इतना आक्रामक कभी नहीं देखा गया, किसी चुनाव में भी नहीं। नेता के स्तर पर राहुल गांधी अकेले ही भले ही कभी कभार आक्रामक दिखे हों लेकिन...

संयुक्त किसान मोर्चा आगे की रणनीति बनाने के लिए आज कर रहा बैठक, आंदोलन को तेज करने पर होगा फैसला

सरकार और किसान नेताओं के बीच पिछले कई दिनों से चल रही बयानबाजी के बीच अब संयुक्त किसान मोर्चा आज बुधवार को बैठक करके आंदोलन की अगली रणनीति तय करेगा। किसान मोर्चा की इस बैठक में सभी संगठनों के...

सड़क की लड़ाइयों में उतारनी होगी चुनावी सभाओं में दिखने वाली भीड़!

मुंबई में रहने वाली मित्र Alpana Upadhyay बिहार के चुनाव परिणामों और वहां पर उठे सवालों पर मेरी पोस्ट के जवाब में कहती हैं, “देश की जनता भूखी नहीं मूर्ख है, और बिहार चुनाव से यह साबित भी हो...

एग्जिट पोलः बिहार में ‘मोदीशाही’ से मुक्त होने पर मुहर

बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान पूरा होने पर ज्यादातर एग्जिट पोल में राष्ट्रीय जनता दल (राजग) के नेतृत्व वाले महागठबंधन को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से आगे अथवा कड़ी टक्कर में दिखाया है। महागठबंधन के...

मोदी अर्थव्यवस्था की अर्थी ढोएंगे या ढूंढेंगे कोई इलाज?

सरकार ने 31 अगस्त को, जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए, जिसमें यह नकारात्मक रूप से 23.9 फ़ीसदी यानी माइनस 23.9% है। इस गिरावट को ऐतिहासिक और भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट माना जा रहा...

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तब की घोषित इमरजेंसी से भयानक है आज का अघोषित आपातकाल?

18 वीं लोकसभा के लिए चुनावों का पहला चरण हो चुका है; 62 प्रतिशत  से अधिक मतदान के साथ...