Thursday, April 25, 2024

sultan

कश्मीरी पत्रकार आसिफ सुल्तान की रिहाई के लिए लेखकों, पत्रकारों और अकादमीशियनों ने पीएम को लिखा खत

(लोकतंत्र तो पूरे देश में नाजुक हालत में है लेकिन कश्मीर की घाटी में यह मृत प्राय हो चुका है। आम नागरिक की बात तो दूर पत्रकारों और समाज के प्रतिष्ठित हिस्से तक को न्यूनतम नागरिक अधिकार मयस्सर नहीं...

Latest News

प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...