Thursday, April 25, 2024

अखिलेंद्र प्रताप सिंह

यूपी की तस्वीर-3: आज्ञापालक नागरिक, विभाजित समाज और डण्डे का लोकतंत्र

प्रदेश में राजनीति और लोकतंत्र की संस्कृति को बदलना होगा। यहां भी मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन सूत्र एक चालक अनुवर्तिता यानी एक नेता के अधिनायकत्व में चलते हैं। इसकी जगह सामूहिकता की संगठन संस्कृति और...

यूपी की तस्वीर-2: भारी संकट में है उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 

आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था ठहरी हुई है और इससे उबरने के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है। प्रदेश के ऊपर वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 6.66 लाख करोड़ रूपये का कर्जा है और...

यूपी की तस्वीर-1: निवेश के तमाम दावों के बावजूद लगातार गिरावट की ओर है सूबे का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर

(ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट यानि एआईपीएफ ने उत्तर प्रदेश पर केंद्रित एक बुकलेट जारी की है। 20 पेज की इस बुकलेट में सूबे की अर्थव्यवस्था से लेकर नागरिकों के स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि, उद्योग समेत तमाम क्षेत्रों की गहरी...

देश के लोकतांत्रिक वजूद के लिए खतरा हैं आरएसएस और बीजेपी: अखिलेंद्र

देश अपने राजनीतिक व सांस्कृतिक जीवन के सबसे बुरे दौर में है। मोदी सरकार के केन्द्रीय सत्ता पर काबिज होने के साथ देश में गुणात्मक परिवर्तन शुरू हुए। आज वैश्विक पूँजी और बड़ी भारतीय पूंजी ने राज्य पर अपनी...

जनता ही बनेगी कॉरपोेरेट पोषित बीजेपी-संघ के खिलाफ लड़ाई का आखिरी केंद्र: अखिलेंद्र

पिछले दिनों वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय ने वामपंथ के विरोधाभास पर मेरा एक इंटरव्यू लिया था और उनके सवाल के जवाब में मैंने कहा था कि मैं भारतवर्ष में वामपंथी आंदोलन को राज्य और समाज के जनतंत्रीकरण का एक...

भारत को नहीं बनना चाहिए अमेरिकी साजिश का हिस्सा: अखिलेंद्र

7 जुलाई 2020 के हिंदुस्तान अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत व चीन के तनाव में सुधार के संकेत हैं। लेकिन वह आगे लिखता है कि यदि चीन गलवान से पीछे हटा है तो भी हमें...

मोदी सरकार ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है: अखिलेन्द्र

मजदूर वर्ग जिसने आधुनिक युग में कई देशों में क्रांतियों को संपन्न किया, जिसने भारत में भी आजादी के आंदोलन से लेकर आज तक उत्पादन विकास में अपनी अमूल्य भूमिका दर्ज कराई है। वही मजदूर यहां कोरोना महामारी के...

जरूरत वित्तीय घाटे से बचने की नहीं, लोगों की जान बचाने की है

लॉकडाउन के दूसरे दौर में देश ने प्रवेश कर लिया है। इस बार भी कुछ आर्थिक गतिविधियों को छोड़ दिया जाए तो आम आदमी की राहत के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कुछ खास नहीं दिख रहा है।...

यह लड़ाई फासीवादी सरकार के विरुद्ध लोकतंत्र की है

फासीवादी सरकार, लोकतंत्र, विरोध प्रदर्शन, नागरिकता कानून, दमन, आंदोलन, सीएए, एनआरसी, एनआरपी, सेंट स्टीफेंस कॉलेज दिल्ली, नागरिक समाज, हिंदुत्व का राष्ट्रवाद, सावरकर, Idea of India, भारतीय संविधान, हम भारत के लोग, नागरिकता संशोधन कानून और नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ...

हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने का कानून है नागरिकता अधिनियम

धर्मनिरपेक्ष भारत गणराज्य का निषेध नागरिकता कानून और नागरिकता रजिस्टर का मूल भाव है। यह हिंदुत्व की दीर्घकालीन राजनीति का हिस्सा है, इसका भी हिंदू धर्म की मूल भावना से विरोध है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि पूरी...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...