गुलामी के खिलाफ सबसे सशक्त आवाज न्गुगी वा थियांगो नहीं रहे

केन्या के महान लेखक न्गुगी वा थियांगो नहीं रहे। उन्होंने 87 साल की उम्र को जीया और अब वह हमारे…

‘उन्होंने कहा- बासव राजु को उन्होंने मार डाला, मैं लिख रहा हूँ- बासव राजु हमेशा जिंदा रहेंगे!’

मैं जितनी बार इस खबर को पढ़ रहा हूँ, हर बार इतिहास के पन्ने खुल रहे हैं। जितनी बार मैं…

उत्तर प्रदेश के स्कूलों में 2024-25 में 21.83 लाख बच्चों का दाखिला कम हुआ: रिपोर्ट

एक सरकारी रिपोर्ट के हवाले से देश के कई राज्यों में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए छात्रों के कुल…

अप्रैल में लू, मई में धूल भरी आंधी और मानसून का आगमन: मौसम बदल रहा है

इस बार दिल्ली में सर्दी का जो मौसम बीता, वह औसत से काफी कम बारिश के साथ गुजरा। अप्रैल का…

दुनिया के नक्शे पर विश्वगुरु भारत का अकेलापन

अंतिम निर्णायक बात राजनीतिक निर्णय होते हैं। राज्य का उद्भव इन्हीं निर्णयों से होता है। उसके उद्भव की शर्तें चाहे…

कोविड-19 से हुई मौतों पर सरकारी आंकड़े सरकार के दावों को झूठा साबित कर रहे हैं

युद्ध के भयावह झूठ और गोदी टीवी पर चीखते एंकरों के शोर के बीच एक और झूठ से पर्दा उठता…

मध्य-एशिया से दक्षिण एशिया की ओर सरकता पूंजीवादी युद्ध का ध्रुव

आज के दौर में यदि दुनिया के कोई दो देश युद्ध लड़ने की ओर बढ़ रहे हों या लड़ रहे…

कार्ल मार्क्स : मार्क्सवादी चिंतन में जाति,धर्म,वर्ग का प्रश्न, बदलाव और उसकी चुनौतियां

कार्ल मार्क्स पर बात हम एक सवाल से शुरू करते हैं। कार्ल मार्क्स की वह कौन सी प्रस्थापनाएं हैं जो…

सौर ऊर्जा: पर्यावरण बचाने के नाम पर मुनाफाखोरी पर जोर

पर्यावरण के संदर्भ में ‘परिस्थितिकी’ नाम का एक शब्द आता है, जिसका अर्थ है अपने भौतिक परिवेश के साथ बना…

युद्ध का इतना शोर क्यों है?

पहलगाम में हुई हत्याओं को लेकर कश्मीरी लोगों ने जिस मानवीयता और दरियादिली का परिचय दिया, वह आज के भारत…