Thursday, April 25, 2024

मंदिर

फैसल खान मामलाः सद्भाव जिसका मिशन हो वो कैसे बिगाड़ सकता है अमन

48 वर्षीय फैसल खान ने अपनी सारी जिंदगी सांप्रदायिक सद्भावना के काम के लिए लगा दी है। लोगों के बीच में शांति और सौहार्द बना रहे, इसके लिए न जाने उन्होंने कितनी यात्राएं की हैं, सिर्फ भारत के अंदर...

सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के लिए मिसाल बनेगा फैसल खान का प्रयास

हमारे देश में मंदिर-मस्जिद के नाम पर राजनीतिक रोटियां लंबे समय से सेंकी जा रही हैं, पर जब से देश में मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनी है तब से हिंदू-मुस्लिम के नाम पर समाज में नफरत...

Latest News

प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...