Tuesday, April 23, 2024

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बदनीयती से भरा है अरुंधति रॉय के खिलाफ 13 साल पुराने मामले को खोलना

लेखिका व एक्टिविस्ट अरुंधति रॉय और कश्मीर के एक शिक्षाविद के खिलाफ 2010 के एक आपराधिक मामले को दोबारा खोला जाना बदनीयती से भरा लगता है। दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा राय और कश्मीर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर...

भारत में लोकतंत्र खत्म होने का असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा : अरुंधति रॉय 

(मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय को 12 सितंबर को उनके निबंध ‘आजादी’ के फ्रांसीसी अनुवाद - लिबर्टे, फासिस्म, फिक्शन- के अवसर पर उनकी आजीवन उपलब्धि के लिए 45वें यूरोपीय निबंध पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उनके द्वारा...

अरुंधति रॉय को मिला 45वां यूरोपीय निबंध पुरस्कार

अरुंधति राय को 2021 में प्रकाशित उनके निबंध ‘आज़ादी’ के फ्रांसीसी अनुवाद के प्रकाशन पर उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए प्रतिष्ठित 45वें ‘यूरोपीय निबंध पुरस्कार’ 2023 से सम्मानित किया गया है। आयोजन के पहले दिन, 11 सितंबर, 2023 को...

बीजेपी को अगर आप एक मौका देते हैं तो केरल जल उठेगा: अरुंधति

नई दिल्ली। राजनीति में तीन सप्ताह लंबा समय होता है। लेखिका अरुंधति रॉय कर्नाटक चुनाव नतीजों की पृष्ठभूमि में धक्के से निकल कर खुशी की स्थिति में पहुंचने के बाद अब उसका आनंद ले रही हैं। दि टेलीग्राफ के मुताबिक...

किसी के पक्ष में एकजुटता जाहिर करना भी अब जोखिम भरा हो गया है: अरुंधित रॉय

हम उस काम को पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं जिसे करते हुए लगता है वर्षों बीत चुके हैं। इतने सारे सहचर मनुष्यों के साथ एक साथ एक कमरे में रहने के आनंद को मैं कभी भी चलताऊ...

मेरी रॉयः एक विदुषी जो सामाजिक योद्धा भी थीं

केरल की विख्यात शिक्षाविद् और महिला अधिकार कार्यकर्ता मेरी रॉय (1933-2022) नहीं रहीं। वह सुप्रसिद्ध अंग्रेजी लेखिका और विचारक अरुंधति रॉय की मां थीं।  मेरी रॉय से हमारी पहली मुलाकात सन् 2006 में हुई। उनका लंबा इंटरव्यू किया, जो उसी साल...

अर्जुमंद आरा को अरुंधति रॉय के उपन्यास के उर्दू अनुवाद के लिए साहित्य अकादमी अवार्ड

साहित्य अकादेमी ने अनुवाद पुरस्कार 2021 का ऐलान कर दिया है। राजधानी दिल्ली के रवींद्र भवन में साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में कार्यकारी मंडल की बैठक में इसके लिए 22 पुस्तकों को अनुमोदित किया...

मोदी सरीखी परिघटना का समय पूरा हो चुका है: अरुंधति रॉय

मौजूदा भारतीय परिस्थिति पर मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने ‘द वायर’ के करण थापर और ‘सत्य हिंदी’ के मुकेश कुमार के साथ अपने साक्षात्कार में कई ऐसे ज्वलंत मुद्दों पर विचारोत्तेजक बातें कही हैं, जो भारतीय समाज की दशा-दिशा...

30 जनवरी पर विशेष: आज भी जारी है गांधी के खिलाफ चले राजद्रोह के मुकदमे की धारा

क्या आप जानते हैं कि आजादी से पहले अंग्रेज सरकार ने महात्मा गांधी के खिलाफ आईपीसी की धारा 124-ए के तहत राजद्रोह का आरोप लगाया था।  महात्मा गांधी ने इस धारा को आईपीसी का राजकुमार कहा। गांधीजी ने यह...

साहित्य के नोबेल विजेता लेखक अब्दुलरज़ाक गुरनाह: अस्तित्व के संघर्ष और अकेलेपन में झांकता उपन्यासकार

अरबी मूल के ‘सफ़ारी’ और अफ्रीका की स्वाहिली मूल के ‘मसाफ़ीरी’ शब्द से बना है प्रचलित स्वाहिली का शब्द ‘वासाफ़ीरी’ यानी सफ़री या यायावर। इसी नाम के एक प्रसिद्ध ब्रिटिश साहित्यिक-सामाजिक तिमाही जर्नल, वासाफ़ीरी के 107वें अंक में (अगस्त...

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2024 के चुनाव में फासीवादी ताकतों को निर्णायक चोट दें: स्वदेश भट्टाचार्य

पटना। भाकपा-माले की स्थापना की 56वीं वर्षगांठ पर पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने सभी पार्टी सदस्यों और शुभचिंतकों...