डॉनल्ड ट्रंप ने सचमुच अगर यह सोचा होगा कि उनके राष्ट्रपति बनने के साथ ही अमेरिका के फिर से “महान…
टैरिफ वॉर: एक दोधारी तलवार, संकट में पड़ सकता है अमेरिका और भारत का दवा उद्योग
आज अमेरिका में “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत एक प्रकार का टैरिफ अंधराष्ट्रवाद चल रहा है। इसके अंतर्गत अमेरिकी राष्ट्रपति…
‘नेशनल चैंपियन’ जब किसी और का वेंडर बन जाएं!
अभी छह महीने नहीं गुजरे जब रिलायंस जिओ और भारती एयरटेल ने इलॉन मस्क की कंपनी स्पेस-एक्स के खिलाफ मोर्चा…
अब बात सिर्फ टैरिफ की नहीं रही
अमेरिका के टैरिफ वॉर (आयात शुल्क युद्ध) से जैसे-तैसे बच निकलने की भारत की कोशिश कामयाब होती नहीं दिखती। चूंकि…
क्या डोनाल्ड ट्रंप एक टेस्ला कार खरीदकर अपने अमेरिकी कॉर्पोरेट मित्रों को बचा सकते हैं ?
हालात कैसे कुछ ही पलों में बदलते हैं, इसका बेहतरीन उदाहरण दुनिया के सामने है। कल तक पूरी दुनिया को…
दाल देख और दाल का पानी देख !
रोटी के साथ दाल मिलना भी अब नसीब की बात है। आज की ताजा खबर है कि बाजार में दाल…
अत्याचार के आगे इतना भी क्या झुकना!
अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान लंदन स्थित थिंक टैंक चैटहम हाउस के संवाद में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जो…
क्या उदारवादी वैश्विक व्यवस्था समाप्त हो गई है?
ट्रम्प-जेलेंस्की विवाद में एकाएक कुछ समय के लिए जेलेंस्की उदारवादी सामाजिक जनवादियों के लिए एक हीरो बनकर उभरे। कुछ लोग…
यूरोपीय नेताओं का बड़बोलापन और जेलेन्स्की की नामसझी
वोलोदोमीर जेलेन्स्की के लिए डॉनल्ड ट्रंप ने खतरे की घंटी बजा दी है। उनका यह कहना खोखली धमकी भर नहीं…
ट्रंप-जेलेंस्की प्रकरण और ट्रंप के लक्षणों का एक लकानियन विश्लेषण
हमने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी-“अमेरिकी राष्ट्रपति के ओवल ऑफ़िस में ट्रंप-जेलेंस्की वार्ता का सीधा प्रसारण दुनिया पर दादागिरी…