Friday, March 29, 2024

Indian economy

आंकड़ों का भ्रमजाल खड़ा करने की ये मजबूरी !

आज यह आम समझ है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की रोजी-रोटी के मुद्दों पर कोई ठोस प्रगति किए भी राजनीतिक बहुमत जुटाने में सक्षम बनी हुई है। ऐसा करने में वह सियासी नैरेटिव पर...

जीडीपी के करिश्माई आंकड़ों की कथा

अर्थव्यवस्था संबंधी ताजा आंकड़ों ने मीडिया कवरेज में एक तरह का चमत्कारिक प्रभाव पैदा किया है। कई रिपोर्टों में इसका उल्लेख किया गया है कि जहां दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं मंदी टालने के लिए संघर्षरत हैं, वहीं भारत में...

डॉ मनमोहन नवउदारवादी अर्थव्यवस्था के शास्त्रीय खिलाड़ी और नरेंद्र मोदी अंधी चालें चलते हैं

अंग्रेजी दैनिक ‘दि इंडियन एक्सप्रेस’ (8 सितंबर 2023) में पूर्व वित्तमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है। यह खास इंटरव्यू अखबार के किस पत्रकार ने लिया है, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। बताया...

स्वतंत्रता दिवस विशेष: चमकती अर्थव्यवस्था के दावों की पोल खोलते आंकड़े

भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर इस समय कई जुमले प्रचलित हैं। मसलन, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है, संकटग्रस्त दुनिया के बीच भारत अकेला चमकता हुआ स्थल है, चीन के बाद अब भारत विश्व अर्थव्यवस्था...

आकार पटेल का लेख: अमृतकाल से कर्तव्यकाल तक भारतीय अर्थव्यवस्था के तबाही की कहानी  

चूंकि हम कर्त्तव्यकाल के चरण में प्रवेश कर चुके हैं, इसलिए यह देखना शिक्षाप्रद हो सकता है कि अमृतकाल में क्या हुआ था। 2017 में, नीति आयोग ने प्रधान मंत्री के आह्वान को आधार बनाते हुए एक पंचवर्षीय योजना...

चीन और अमेरिका की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति : निर्मला सीतारमण के ढोल की पोल

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों एक ट्वीट में शेखी बघारने के अंदाज में बताया कि “भारत की अर्थव्यवस्था, जो 2014 में 2 ट्रिलियन डॉलर थी, 2023 में 3.75 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है। इस तरह से भारत...

राजनीतिक अर्थशास्त्र के आईने में भारतीय अर्थव्यवस्था का संकट

भारत की अर्थव्यवस्था जिस हालात में पहुंच चुकी है, उसे अब कई सारे नाम दिये जा रहे हैं। लेकिन, इस बात से अर्थव्यवस्था की राजनीति पर कोई फर्क पड़ता दिख नहीं रहा है। इसे आप याराना पूंजीवाद कहिए या...

क्यों किया जा रहा, अंबानी- अडानी की पूजा का आह्वान ?

राज्यसभा में भाजपा के सांसद के. जे. एल्फोन्स साहब ने अम्बानी और अडानी की पूजा करने का आह्वान किया है। वे देश में रिकॉर्ड तोड़ती बेरोजगारी पर संसद में हुई बहस में हिस्सा लेते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा...

लाल झंडे ने दी है किसान आंदोलन को स्थिरता

वामपंथियों को आँख मूँदकर गाली देने वाले आजकल के कथित सत्ता के चाटुकार पत्रकारों, लेखकों, सम्पादकों, भाँड़ मीडिया के एंकरों और कथित साहित्यकारों को भारत के वर्तमान समय में सत्तासीन पूँजीपतिपरस्त सरकार के दंगाई, फॉसिस्ट, जनविरोधी, कार्पोरेट हितैषी कर्णधारों...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...