Friday, March 29, 2024

literature

खोई हुई परंपरा को सामने लाना स्त्रीवादी आलोचना की जिम्मेदारी

हिंदी साहित्य का इतिहास लिखे जाने के क्रम में महिला साहित्यकारों और उनके साहित्य की कई तरह से अनदेखी होती रही। जाहिर है, संसाधनों और समाज पर हमेशा से पुरुषों का वर्चस्व रहा है, इसलिए बाकी क्षेत्रों में भी...

संत लेखिका थीं मन्नू भंडारी

हिंदी में प्रभामण्डल वाले चमकदारऔर हाई प्रोफाइल लेखक तो बहुत हुए हैं पर ऐसे लेखक बहुत कम हुए हैं जो मंच पर नहीं नजर आते थे बल्कि हमेशा नेपथ्य में रहना पसंद करते हैं। मन्नू जी इसी परम्परा की...

नहीं रहीं मन्नू भंडारी, 91 साल की उम्र में निधन

अब से कुछ देर पहले हंस पत्रिका ने अपनी फेसबुक पेज पर ख़बर दी है कि वरिष्ठ कथाकार मन्नू भंडारी गुज़र गईं। उनका निधन गुड़गांव के एक अस्पताल में हुआ है। वो 91 साल की थी। मन्नू भंडारी साहित्यकार...

जन्मशती पर विशेष:साहित्य के आइने में अमृत राय

अमृतराय (15.08.1921-14.08.1996) का जन्‍म शताब्‍दी वर्ष चुपचाप गुजर रहा था और उनके मूल्‍यांकन को लेकर हिंदी जगत में कोई चर्चा नहीं थी। ‘लमही’पत्रिका ने इस कमी को पूरा करते हुए उन पर सवा तीन सौ पृष्‍ठों का भारी-भरकम डिजिटल...

सीपी-कमेंट्री: अफ्रीकी लेखक को साहित्य और एक महिला समेत दो पत्रकारों को शांति का नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कारों के 2021 के विजेताओं का चयन बहुत अप्रत्याशित माना जा रहा है। अधिकतर लोगों ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि इस बार नोबेल शांति पुरस्कार लोकतंत्र और टिकाऊ शांति के लिए आवश्यक अभियक्ति की आजादी की...

हिंदी पट्टी की विद्रूपताओं को खोल कर रख देती है ‘गाजीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’

सबसे पहले उर्मिलेश सर आपको इस बात के लिए शुक्रिया कि आपके चलते मैंने कोई किताब पढ़ी। पिछले चार सालों से पोर्टल की व्यस्तता के चलते न तो अलग से समय निकाल सका और न ही इसके लिए कोई...

लेखक और सांस्कृतिक संगठनों ने बयान जारी कर डीयू के पाठ्यक्रम से लेखिकाओं की रचनाओं को हटाने का किया विरोध

(लेखक और सांस्कृतिक संगठनों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी समेत तीन लेखिकाओं की रनचाओं को निकाले जाने का विरोध किया है। इस सिलसिले में उन्होंने एक साझा बयान जारी किया है। पेश है उनका...

हिंदी रंग आलोचना के शिखर पुरुष नेमिचन्द्र जैन की रचनावली का प्रकाशन एक ऐतिहासिक घटना

नेमि जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। कम्युनिस्ट पार्टी से लेकर इप्टा आंदोलन में सक्रिय रहे नेमि जी कवि, आलोचक  रंग चिंतक  संपादक  नाटक कार और अनुवादक  भी। साहित्य की हर विधा में योगदान दिया। 8 खण्डों में छपी...

त्रिलोचन के जन्मदिन पर विशेष: मैं तुमसे और तुम्हीं से बात किया करता हूं

शब्दों के सामर्थ्य पर अटल विश्वास रखने वाले कवि त्रिलोचन अपनी कविता से स्वयं क्या अपेक्षा करते हैं यह भी ध्यातव्य है। आज जब सामान्य नागरिक और सहज पाठक की रुचि से समकालीन कविता कोई तालमेल नहीं बैठा पा रही है...

अमृतलाल नागर: भारतीय जनजीवन के आशावान स्वप्नों के चितेरे

प्रेमचंदोत्तर हिंदी साहित्य को जिन साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से संवारा है, उनमें अमृतलाल नागर का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। किस्सागोई के धनी अमृतलाल नागर ने कई विधाओं से साहित्य को समृद्ध किया। अमृतलाल नागर ने कहानी...

Latest News

हरियाणा में भाजपा की हालत इतनी पतली कि 10 में से 6 उम्मीदवार पूर्व कांग्रेसी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के नाम पर चुनाव मैदान में उतरी भाजपा भले ही अबकी बार चार सौ...