‘वोटबंदी’ अर्थात लोकतंत्र कुछ लोगों के लिए! क्या जनता को मताधिकार से वंचित करने का एक नया माॅडल बिहार में गढ़ा जा रहा है? July 11, 2025July 11, 2025 Posted by सुभाष गाताडे
‘एक समान शिक्षा’ के लिए पदयात्रा: निजीकरण को रोकने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की मांग July 11, 2025July 11, 2025 Posted by Janchowk
दुनिया में मरघट का सन्नाटा न पसरे इसलिए आधे घंटे का डिजिटल मौन July 11, 2025July 11, 2025 Posted by बादल सरोज
हिन्दू राष्ट्रवादियों की आंख में खटक रहे हैं संविधान की उद्देशिका में धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद July 11, 2025July 11, 2025 Posted by राम पुनियानी
Posted in ज़रूरी ख़बर लूट की अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए सत्ता के सरदार का गिरेबान पकड़ना जरूरी Estimated read time 1 min read September 21, 2019September 21, 2019 अरुण माहेश्वरी मोदी जी समझते हैं कि वे जितना कहते हैं, लोग उतना ही समझते हैं। कहने वाले और सुनने वाले के…