Friday, April 26, 2024

Pranab Mukherjee resigns

इतनी सी बातः ताकि कुछ शेष ‘न’ रहे

जिंदगी दोबारा नहीं मिलती। जो करना हो, इसी जीवन में करना पड़ता है। कुछ लोग जीवन भर एक ही काम करते रहते हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो एक ही जीवन में बहुत कुछ कर जाते हैं। ऐसा करते...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...