Friday, March 29, 2024

Raman Kashyap

लखीमपुर खीरी: लवप्रीत के लिए कुछ आँखें आज भी हर शाम इंतजार करती हैं

“जैसे हम अपने बेटे के लिए तरस रहे हैं, कभी उसके बच्चे भी अपने बाप के लिए तरसेंगे” यह कहना है तीन अक्टूबर को लखीमपुर की घटना में शहीद हुए लवप्रीत की मां का। एक कुर्सी पर बैठी लवप्रीत की...

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‘ऐ वतन मेरे वतन’ का संदेश

हम दिल्ली के कुछ साथी ‘समाजवादी मंच’ के तत्वावधान में अल्लाह बख्श की याद में एक सालाना कार्यक्रम करते...