Saturday, April 20, 2024

Subhash journey Europe from Kabul

नेताजी सुभाष: काबुल से यूरोप का सफर

31 जनवरी 1941 की रात तक सुभाष मुहम्मद ज़ियाउद्दीन के वेश में अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच गए थे। 16/17 जनवरी की रात कलकत्ता के एल्गिन रोड से उनका यह सफ़र शुरू हुआ था, और 31 जनवरी से वे...

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अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।